बरेली में 17 दिन से लापता मां की तलाश में दर-ब-दर भटकते रहे बच्चे, हो गया अंतिम संस्कार
17 दिन हर एक दिन बच्चे मां की तलाश में सुबह से शाम तक लगे रहते। अधिकारियों तक चक्कर लगाए। इसी बीच गुरुवार को पूरी कहानी में हैरान करने वाली कहानी निकलकर आई। पता चला कि जिस मां को बच्चे ढूंढ रहे थे।
बरेली, जेएनएन। यूपी के बरेली में, 17 दिन, हर एक दिन बच्चे मां की तलाश में सुबह से शाम तक लगे रहते। अधिकारियों तक चक्कर लगाए। इसी बीच गुरुवार को पूरी कहानी में हैरान करने वाली कहानी निकलकर आई। पता चला कि जिस मां को बच्चे ढूंढ रहे थे। वह सड़क दुर्घटना का शिकार हो गई थी। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया था। काफी दिन बाद भी कोई न आया तो उसका अंतिम संस्कार करा दिया गया।
मृतका नफीसा बेगम फतेहगंज पूर्वी कस्बे के जमींदारान मुहल्ले के रहने वाले थे। ई-रिक्शा चालक बेटा तौहीद खान व बहन खुशनुमा 17 दिन से नफीसा की तलाश में लगे थे। बताया कि 27 दिसंबर को गांव कटरा में नफीसा राशन लेने गई थीं। काफी देर तक बाद भी वह वापस न लौटी। तलाश शुरू हुई लेकिन, कोई जानकारी न हुई। थाना पुलिस से शिकायत की। अखबारों के माध्यम से लापता बुजुर्ग के बारे में जब एक एंबुलेंस कर्मी ने पढ़ा तो मृतका के स्वजन से संपर्क किया।
तौहीद को बताया कि नफीसा सड़क दुर्घटना का शिकार हो गई थीं। सूचना पर उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सिर व पेट में गंभीर चोट के चलते इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। शिनाख्त न होने के चलते अज्ञात में पंचनामा हुआ। नियम के तहत, तीन दिन तक शव शवगृह में रखा गया।
बावजूद कई दिन तक किसी के न पहुंचने पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। बिलखते हुए तौहीद ने कहा कि इससे किसी बेटे के लिए इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि अंतिम समय में मां को न देख सके और न ही माटी दे सके।