बरेली के व्यापारियाें ने सीएम याेगी आदित्यनाथ काे किया ट्वीट, बाेले- दिन में खुले बाजार, जारी रहे सप्ताहिक बंदी और रात्रि कर्फ्यू
कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के बाद पहले साप्ताहिक बंदी की गई लेकिन बाद में धीरे धीरे कर कोरोना कर्फ्यू को बढ़ाया जाता रहा। फिलहाल 31 मई तक के लिए बंदी गई है। व्यापारी और व्यापारिक संगठन इस बात से डरे हुए हैं।
बरेली, जेएनएन। : कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के बाद पहले साप्ताहिक बंदी की गई, लेकिन बाद में धीरे धीरे कर कोरोना कर्फ्यू को बढ़ाया जाता रहा। फिलहाल 31 मई तक के लिए बंदी गई है। व्यापारी और व्यापारिक संगठन इस बात से डरे हुए हैं कि कहीं इसे आगे न बढ़ा दिया जाए। इसके चलते कई व्यापारिक संगठनों ने सीएम को पत्र भी लिखे तो कुछ ने ट्वीट कर अब कर्फ्यू आगे न बढ़ाने की अपील की।
व्यापारियों ने सीएम को ट्वीट कर लिखा कि लगातार बाजार बंद रहने से व्यापारियों की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है। अब बाजार बंदी आगे बढ़ी तो वह बड़ी परेशानी में आ जाएंगे। कहाकि कोरोना कर्फ्यू को और आगे बढ़ाने की जगह पूर्व की तरह नियम लागू कर दिए जाएं। उप्र उद्योग व्यापार मंडल के महानगर महामंत्री राजेश जसौरिया ने कहाकि पूर्व में जिस तरह साप्ताहिक बंदी चल रही थी उसे संक्रमण के पूरी तरह खत्म होने तक जारी रखा जाए।
इसके अलावा रात्रि कर्फ्यू भी जारी रहे, लेकिन दिन में सभी तरह के बाजार खुलने की अनुमति दी जाए। जिससे व्यापारी सुबह से शम तक चार पैसे कमा कर घर ले जा सके। व्यापारी दर्शन लाल भाटिया ने कहाकि ईद समेत कई त्योहार निकल गए, जिनमें व्यापारियों को उम्मीद थी। अब गर्मी का सीजन है, जिसमें हौजरी समेत गर्मी के कपड़ों की अच्छी बिक्री होती है। अगर कुछ दिन और बाजार बंद रहा तो यह सीजन भी निकल जाएगा।
सीएम याेगी आदित्यनाथ ने दिए संकेत
व्यापारी राजेश जसौरिया ने सीएम योगी आदित्यनाथ को अपनी बात लिखकर ट्वीट की थी। जिसमें बाजार को खोलने के लिए निवेदन किया गया था। सीएम ने राजेश जसौरिया के इस ट्वीट को रीट्वीट कर इशारा दिया है कि उनकी मांग मानी जा सकती है।
कई करोड़ का हो चुका नुकसान
व्यापारिक संगठनों की मानें तो एक माह की बाजार बंदी से अलग अलग ट्रेड के व्यापार को मिलाकर एक हजार करोड़ तक का नुकसान हो चुका है। इसमें इलेक्ट्रिक बाजार जिसका इस समय सीजन चल रहा है, उसे ही अकेले चार सौ करोड़ का नुकसान बताया जा रहा है। इसके अलावा सराफा, कपड़ा, कोल्डड्रिंक, आइसक्रीम, मिठाई आदि सब मिलाकर एक हजार करोड़ से अधिक नुकसान होने का अंदेशा जताया जा रहा है।
संक्रमण थम रहा है। इसलिए अब बाजारों को खोलने की अनुमति मिले। कुछ नियम पहले की तरह बने रहें। सरकार की तरफ से अनलॉक के संकेत मिले हैं। - राजेंद्र गुप्ता, प्रदेश महामंत्री, उप्र उद्योग व्यापार मंडल
कोरोना संक्रमितों की संख्या अब कम है। ऐसे में बाजार खेल कर व्यापारियों को राहत दी जानी चाहिए। भले ही रात्रि कर्फ्यू जारी रहे। - विशाल मेहरोत्रा, महानगर अध्यक्ष, राष्ट्र जागरण व्यापार मंडल
कोरोना कर्फ्यू कारगर रहा। व्यापारियों ने पूरा समर्थन दिया। अब संक्रमण दर में कमी आई है तो कर्फ्यू हटाकर बाजार खोलने की अनुमति देनी चाहिए। - दर्शन लाल भाटिया, कपड़ा व्यापारी
बीते साल और इस साल के लॉकडाउन में व्यापारी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। अब कर्फ्यू बढ़ाना ठीक नहीं होगा। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए। - अर्पित गोयल, मार्बल कारोबारी