संक्रमित की मौत के बाद दूसरी रिपोर्ट वायरल हुई तो भड़की पत्नी, सीएमओ से बोली- साल भर बाद कब्र से निकाल कर कैसे की जांच
Second Report Viral News कोरोना संक्रमण की वजह से जिले में पिछले साल पहली मौत होने के बाद अब इसी नाम के एक और शख्स की इस साल वायरल रिपोर्ट काे लेकर बुधवार को जमकर हंगामा हुआ।
बरेली, जेएनएन। Second Report Viral News : कोरोना संक्रमण की वजह से जिले में पिछले साल पहली मौत होने के बाद अब इसी नाम के एक और शख्स की इस साल वायरल रिपोर्ट काे लेकर बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। सीएमओ आफिस पहुंची मृतक की बेगम ने रिपोर्ट के पति की ही होने का हवाला देते हुए अधिकारियों से सवाल किया कि कब्र से निकालकर साल भर बाद दोबारा जांच कैसे की। काफी देर तक चले हंगामे के बाद सीएमओ ने मामले में जांच के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, पुराना शहर के हजियापुर निवासी 35 वर्षीय वजीर अहमद पिछले साल 25 अप्रैल को हुई जांच के बाद 27 अप्रैल को कोरोना संक्रमित निकले थे। 29 अप्रैल को इलाज के दौरान उनकी मौत एल-3 लेवल के एक मेडिकल कालेज में हुई थी। वजीर की पत्नी खुशनुमा बुधवार दोपहर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय पहुंचीं। साथ में मुहल्ले के कई लोग थे। उन्होंने सीएमओ आफिस पहुंचकर आरोप लगाया कि आइडीएसपी की वेबसाइट की एक रिपोर्ट उनके पास वायरल होकर पहुंची है, इसमें वजीर अहमद को इस साल अप्रैल में कोविड निगेटिव बताया है। हंगामा करते हुए इसे आइडीएसपी की लापरवाही बताया।
आइडीएसपी का कहना- वो वजीर अलग
वहीं, इस मामले में आइडीएसपी से मिली जानकारी के मुताबिक खुशनुमा को किसी ने बहकाया है। हकीकत में दोनों वजीर अलग हैं। अप्रैल महीने की जो निगेटिव रिपोर्ट वायरल हुई है, उसमें वजीर का नाम लिखने का तरीका अलग है। उम्र भी 41 साल है। ऐसे में दोनों रिपोर्ट को अलग कहना गलत है। अधिकारी जवाब मांगेंगे तो साक्ष्य के साथ देंगे।
हजियापुर निवासी पहले कोविड संक्रमित की मौत हुई थी। मृतक की पत्नी ने शिकायत देकर एक अन्य गलत रिपोर्ट आइडीएसपी पोर्टल पर होने का आरोप लगाया है। इसकी जांच कराई जा रही है। - डॉ.एसके गर्ग, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
स्वास्थ्यकर्मी की मौत के बाद प्रमाण पत्र का इंतजार
स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक महिला कर्मी की मौत के बाद भी कोविड रिपोर्ट न मिलने पर स्वजन ने सीएमओ कार्यालय पहुंचकर रिपोर्ट की मांग की। शिव कुमार शर्मा ने बताया कि सत्यवती शर्मा बाकरगंज स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात थीं। कुछ महीने पहले कोविड संक्रमण से उनकी मौत हुई थी। कोविड प्रोटोकाल से ही उनका अंतिम संस्कार किया गया था। लेकिन काफी समय बीतने के बावजूद विभाग ने अभी तक मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं दिया।