सर्किट हाउस में मंथन के बाद बोले केंद्रीय मंत्री, सुभाषनगर पुलिया पर बनेगा 'एस' आकार का 700 मीटर लंबा अोवरब्रिज, ये होगी खासियत
वर्षों से चली आ रही सुभाषनगर के लोगों की समस्या का हल निकाल लिया गया है। सुभाषनगर पुलिया पर अंडरपास नहीं ओवरब्रिज निर्माण को सहमति बन गई है। बुधवार को जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने मौके का जायजा लिया।
बरेली, जेएनएन। वर्षों से चली आ रही सुभाषनगर के लोगों की समस्या का हल निकाल लिया गया है। सुभाषनगर पुलिया पर अंडरपास नहीं ओवरब्रिज निर्माण को सहमति बन गई है। बुधवार को जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने मौके का जायजा लिया। फिर सर्किट हाउस में बैठकर मंथन किया। बाद में करीब सवा सात सौ मीटर लंबे पुल निर्माण के लिए फैसला लिया गया। अब सेतु निगम विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेगा।
सुभाषनगर में रहने वालों के लिए शहर आने का एकमात्र मार्ग यहां की मुख्य पुलिया है। पुलिया पर तीन नाले होने के कारण बारिश के दिनों में वहां जबरदस्त जलभराव होता है। पुलिया संकरी होने के साथ ही यहां दिन में भी अंधेरा रहता है। वहां के बाशिंदे लंबे समय से ओवरब्रिज निर्माण की मांग कर रहे थे। दो साल पहले हुए सर्वे में रेलवे के अधिकारियों ने ओवरब्रिज की संभावना से इन्कार कर दिया था। बीते दिनों ओवरब्रिज का मामला फिर उठा। महापौर डॉ. उमेश गौतम ने स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अभिषेक आनंद को पत्र भेजकर सुभाषनगर पुलिया पर ओवरब्रिज का प्रस्ताव बनाने को कहा था।
इस पर सीईओ ने रेलवे के अफसरों को पत्र भेजा। पूर्व में ओवरब्रिज का प्रस्ताव पूरा नहीं होने के कारण वहां अंडरपास बनाने की संभावना अधिक जताई जा रही थी। बुधवार को केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार, महापौर डॉ. उमेश गौतम, नगर आयुक्त अभिषेक आनंद, एडीआरएम मान सिंह मीणा समेत कई अफसर सुभाषनगर पुलिया पर पहुंचे। वहां उन्होंने सेतु निगम द्वारा पूर्व में बनाया नक्शा देखा। जनप्रतिनिधियों ने पुल की जानकारी ली। इसके बाद सभी सर्किट हाउस पहुंचे और पुल निर्माण को लेकर मंथन किया। आखिर में पुल निर्माण की सहमति बन गई।
एस आकार का बनाया जाएगा पुल
सुभाषनगर पुलिया के ऊपर बनने वाले पुल की लंबाई करीब 725 मीटर होगी। यह एस आकार में बनाया जाएगा। पुलिया के पार सुभाषनगर बाजार की ओर रेलवे की जमीन से पुल शुरू होगा, जो पुलिया के ऊपर से सीधा होकर आगे पुलिस थाना के पास उतारा जाएगा। इसमें पटरियों के ऊपर का करीब सौ मीटर हिस्सा रेलवे बनाएगा। बाद दोनों ओर तीन-तीन सौ मीटर का भाग सेतु निगम बनाएगा।
स्मार्ट सिटी से दिया जाएगा बजट
सेतु निगम द्वारा पूर्व में बनाए गए नक्शे के अनुसार पुल के निर्माण में करीब 52.88 करोड़ रुपये का खर्च आने की संभावना है। नए सिरे से प्रोजेक्ट तैयार करने में यह खर्च बढ़ने की उम्मीद है। पुल के निर्माण को स्मार्ट सिटी से बजट दिया जाएगा। इसके लिए रेलवे के अधिकारी जल्द स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को पत्र भेजकर आगे की कार्यवाही करेंगे।
आजादी के बाद से ही बनी समस्या
शहर के तमाम मुहल्ले से निकलकर आने वाले तीन नाले सभाषनगर पुलिया पर ही मिलते हैं। इस कारण यहां बारिश में लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता है। थोड़ी सी बारिश में हजारों लोगों का मुख्य मार्ग बंद हो जाता है। यहां के लोगों के लिए आजादी के बाद से ही पुलिया की समस्या बनी हुई है। पूर्व पार्षद आलोक तायल समेत अन्य स्थानीय लोगों ने ओवरब्रिज निर्माण के लिए कई बार मांग की, लेकिन समस्या दूर नहीं हो पाई।
लोगों की समस्याएं दूर होंगी, तभी शहर स्मार्ट बन पाएगा। शहर के विकास के लिए काम हो रहा है। अधिकारियों के साथ संयुक्त सर्वे किया जा चुका है। रेलवे अफसरों ने भी सैद्धांतिक सहमति दे दी है। पुल निर्माण के लिए पैसे की दिक्कत नहीं बनेगी। स्मार्ट सिटी योजना के तहत रकम मिलेगी।- संतोष गंगवार, केंद्रीय मंत्री
आजादी के बाद से ही सुभाषनगर नगर के लोग इस अंधेरी पुलिया से परेशान हैं। बारिश में पुलिया महीने भर तक बंद हो जाती है। पुलिया पर ओवरब्रिज निर्माण से लोगों की वर्षों पुरानी समस्या का समाधान होगा। अगले महीने पुल निर्माण को टेंडर प्रक्रिया भी शुरू करा दी जाएगा।- डॉ. उमेश गौतम, महापौर