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बरेली में बैंक के रिकवरी एजेंट की मनमानी, दूसरी किश्त जमा न कर पाने पर खींचा किसान का ट्रैक्टर, एलडीएम के पास पहुंचा मामला

बाढ़ का दंश झेलने वाले एक किसान को किस्त जमा करने में देरी हुई तो बैंक के रिकवरी एजेंट उसका ट्रैक्टर ही खींच ले गए। इसके बाद किसान ने किसी तरह से किश्त एकत्र करके पहुंचा तो बैंककर्मियों ने कहा दिया कि ट्रैक्टर बेच दिया गया है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Tue, 07 Dec 2021 04:59 PM (IST)Updated: Tue, 07 Dec 2021 04:59 PM (IST)
बरेली में बैंक के रिकवरी एजेंट की मनमानी, दूसरी किश्त जमा न कर पाने पर खींचा किसान का ट्रैक्टर, एलडीएम के पास पहुंचा मामला
बरेली में बैंक के रिकवरी एजेंट की मनमानी, दूसरी किश्त जमा न कर पाने पर खींचा किसान का ट्रैक्टर

बरेली, जेएनएन। बाढ़ का दंश झेलने वाले एक किसान को किस्त जमा करने में देरी हुई तो बैंक के रिकवरी एजेंट उसका ट्रैक्टर ही खींच ले गए। इसके बाद किसान ने किसी तरह से किश्त एकत्र करके पहुंचा तो बैंककर्मियों ने कहा दिया कि ट्रैक्टर बेच दिया गया है। परेशान किसान ने एलडीएम से शिकायत करके उसका ट्रैक्टर दिलाए जाने की मांग की है।

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आंवला तहसील क्षेत्र के गांव बिहारीपुर के किसान सूरज पाल ने बैंक आफ बड़ौदा के अग्रणी शाखा प्रबंधक को एक शिकायती पत्र दिया। किसान सूरज ने बताया कि उन्होंने एक ट्रैक्टर खरीदा था, जिसके लिए 4.7 लाख रुपये का ऋण लिया था। इसके लिए 35,500 रुपये प्रत्येक तीन माह में किश्त जमा करनी थी। इसके बाद उन्होंने पहली किश्त के रूप में जून 2021 में 27,000 रुपये जमा कर दिए, लेकिन अगस्त में बैंक के रिकवरी एजेंट ट्रैक्टर खींच ले गए।

उस समय उन्होंने कहा था कि पिछली किश्त के बाकी 8500 रुपये और इस किस्त के 35500 जमा करने के बाद ही ट्रैक्टर ले जा सकते हैं। आरोप लगाया कि बैंक ने 25 नवंबर 2021 को नोटिस भेजा, जिसमें ट्रैक्टर बेचने के लिए कहा। सूरज का आरोप है कि जब वह रुपये लेकर पहुंचा तो बैंक कर्मी ने बताया कि ट्रैक्टर बेचा जा चुका है। किसान सूरज ने बताया कि बाढ़ की वजह से पहले ही फसलों को भारी नुकसान हुआ। आरोप लगाया कि ट्रैक्टर न देकर बैंक कर्मी परेशान कर रहे हैं।

लीज पर रहता है वाहन

एलडीएम प्रसाद ने बताया कि निजी बैंकों से वाहन पर ऋण लेने में उसकी आरसी बैंक के नाम पर रहती है। नियम एवं शर्ताें के मुताबिक निजी बैंक वाहन खरीदने वाले को लीज के रूप में वाहन देता है। इसमें एक शर्त यह भी रहती है कि लीज पर वाहन लेने वाला समय से किश्त नहीं चुकाता है तो उसका वाहन खींच लिया जाएगा। इसके लिए एक चाबी भी संबंधित बैंक शाखा में रहती है।

निजी बैंक से कर्ज लेने और रिकवरी में ट्रैक्टर खींचे जाने का मामले की शिकायत मिली है। इस मामले में संबंधित बैंक से बात की जाएगी। आखिर किश्त जमा करने के बाद ट्रैक्टर क्यों खींचा गया? इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। मदन मोहन प्रसाद, अग्रणी शाखा प्रबंधक, बैंक आफ बड़ौदा


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