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बीेएड कॉलेजों में 31 दिसंबर तक अभ्यर्थी ले सकेंगे दाखिला

बीएड कॉलेजों में दाखिले के लिए अभ्यर्थियों को एक और मौका दिया गया है। अब अभ्यर्थी 31 दिसंबर तक सीधे दाखिले ले सकेंगे। अभी तक 27 दिसंबर तक अंतिम तिथि थी। काउंसिलिंग का यह अंतिम चरण महाविद्यालय स्तर पर केवल बीएड काउंसिलिंग पोर्टल के द्वारा ही किया जाएगा।

By Sant ShuklaEdited By: Published: Tue, 29 Dec 2020 10:30 AM (IST)Updated: Tue, 29 Dec 2020 10:30 AM (IST)
बीेएड कॉलेजों में 31 दिसंबर तक अभ्यर्थी ले सकेंगे दाखिला
काउंसिलिंग का यह अंतिम चरण महाविद्यालय स्तर पर केवल बीएड काउंसिलिंग पोर्टल के द्वारा ही किया जाएगा।

बरेली, जेएनएन। बीएड कॉलेजों में दाखिले के लिए अभ्यर्थियों को एक और मौका दिया गया है। अब अभ्यर्थी 31 दिसंबर तक सीधे दाखिले ले सकेंगे। अभी तक 27 दिसंबर तक अंतिम तिथि थी। काउंसिलिंग का यह अंतिम चरण महाविद्यालय स्तर पर केवल बीएड काउंसिलिंग पोर्टल के द्वारा ही किया जाएगा। इस संबंध में बीएड प्रवेश की राज्य समन्वयक प्रो. अमिता बाजपेयी ने निर्देश दिए किए हैं।रुहेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध बीएड के 144 कॉलेज संचालित हैं। कोविड की वजह से इस बार 19 नवंबर से चार चरणों में काउंसिलिंग हुई। इसके लिए 24 दिसंबर तक मौका दिया गया। फिर भी सीटें खाली होने पर 24 से 27 दिसंबर तक सीधे दाखिले के लिए विकल्प खोला गया। राज्य प्रवेश समन्वयक प्रो. अमिता बाजपेयी ने बताया कि सीधे प्रवेश प्रक्रिया में प्रदेश भर में अब तब तक 1,59,595 सीटें आवंटित हो गई हैं। छात्र हित में इसकी तिथि 31 दिसंबर तब बढ़ा दी गई है। इस चरण में केवल वैध स्टेट-रैंक धारक अभ्यर्थी ही शामिल हो सकेंगे। काउंसिलिंग में वही अभ्यर्थी प्रतिभाग कर सकते हैं जिन्होंने मुख्य काउंसिलिंग में प्रतिभाग नहीं किया है अथवा मुख्य/पूल काउंसिलिंग में शामिल होने के बाद भी सीट नहीं मिली है।

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कैंपस में आने पर रोक

भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर शैक्षिक सत्र 2019-20 के मास्टर ऑफ वेटिनरी साइंस (एमवीएससी) और पीएचडी छात्रों के कैम्पस आने पर रोक लगा दी है। इन विद्यार्थियों की पढ़ाई सिर्फ ऑनलाइन ही होगी। विश्वविद्यालय के एकेमिक कोआर्डिनेटर ने निर्देश जारी किए हैं कि अगले आदेशों तक डिवीजन, हॉस्टल, प्रयोगशाला, लाइब्रेरी से लेकर परिसर में ये छात्र रिपोर्ट न करें। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के प्रमुख संस्थानों में से भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) भी शामिल है। यहां बैचलर ऑफ वेटनरी साइंस (बीवीएससी), मास्टर ऑफ वेटनरी साइंस (एमवीएससी) और पीएचडी की पढ़ाई होती है। 


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