आयुष्मान योजना : जानिए कैसे सिस्टम ने ओढ़ाया ‘कवच’ को कफन Bareilly News
हाथ में आयुष्मान योजना का कार्ड होने के बाद भी परिजन रात भर अस्पताल दर अस्पताल भटकते रहे। कार्ड दिखाने पर भी इलाज न मिल सका। उपचार के अभाव में वृद्ध ने दम तोड़ दिया।
जेएनएन, बरेली : गरीबों की सेहत का रक्षा कवच आयुष्मान भारत योजना ही एक बुजुर्ग के लिए कफन बन गई। हाथ में योजना का कार्ड होने के बावजूद रात भर परिजन उन्हें लेकर अस्पताल दर अस्पताल भटकते रहे। कार्ड दिखाने पर भी इलाज न मिल सका। उपचार के अभाव में वृद्ध की मौत हो गई। मामला सीएमओ दफ्तर पहुंचा। अब सीएमओ इलाज से मना करने वाले सभी अस्पतालों पर कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
कार्ड पर इलाज करने से किया मना
मुहल्ला भूड़ निवासी 70 वर्षीय मतलूब हुसैन की मंगलवार की रात को तबीयत बिगड़ गई। परिजन रात में ही उन्हें सिविल लाइंस स्थित प्रतिष्ठित अस्पताल में ले गए। परिजन ने आयुष्मान योजना का कार्ड दिखाया तो अस्पताल में डॉक्टर के न होने की बात कहकर इलाज से मना कर दिया।
कार्ड दिखाते ही मीटिंग में चले गए डाक्टर
वहां से निराश परिजन आनन-फानन उन्हें स्टेडियम रोड स्थित अस्पताल ले गए। आरोप है वहां पर पहले उनको भर्ती करने को कहा। जब योजना का कार्ड दिखाया तो डॉक्टर के मीटिंग में होने की बात कहकर मना कर दिया। फिर परिजन नैनीताल रोड स्थित हॉस्पिटल पहुंचे। वहां भी इलाज देने से मना कर दिया गया।
अस्पतालों के चक्कर लगाने में चली गई जान
एक अस्पताल से दूसरे, दूसरे से तीसरे परिजन मरीज को लिए चक्कर लगाते रहे। एंबुलेंस से एक अन्य अस्पताल पहुंचे। यहां 15 हजार रुपये जमा करने को कहा गया, लेकिन इसी दौरान बुजुर्ग की मौत हो गई। इस संबंध में समाजसेवी इमालदा परवीन ने सीएमओ से शिकायत की है।
मामला संज्ञान में आया था। हमने बुजुर्ग के परिजनों से अस्पताल में मौजूद स्टाफ से बात कराने को कहा तो उन्होंने बताया कि उनको दूसरे अस्पताल में लेकर जा रहे हैं। इलाज न देने वाले सभी अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ. विनीत कुमार शुक्ला, सीएमओ