बरेली : चार करोड़ की जमीन पर निर्माण कार्य करा रही बीडीए की टीम पर हमला, आइएमए के पूर्व अध्यक्ष सहित चार पर रिपोर्ट
हरुनगला में बीडीए की जमीन पर कब्जा की नीयत से तमाम लोगों ने बीडीए की टीम पर हमला कर दिया। वहां रखा सामान लूटकर ले गए। सूचना पर बीडीए के अधिकारी भी प्रवर्तन दल के साथ मौके पर पहुंच गए।
बरेली, जेएनएन। हरुनगला में बीडीए की जमीन पर कब्जा की नीयत से तमाम लोगों ने बीडीए की टीम पर हमला कर दिया। वहां रखा सामान लूटकर ले गए। सूचना पर बीडीए के अधिकारी भी प्रवर्तन दल के साथ मौके पर पहुंच गए। बीडीए के जेई की ओर से आइआइए के पूर्व अध्यक्ष समेत चार लोगों के खिलाफ देर रात थाना बारादरी में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
मामला हरुनगला स्थित 1500 वर्ग मीटर भूमि का है। सीलिंग से बीडीए को मिली इस जमीन की मौजूदा समय में कीमत करीब चार करोड़ रुपये है। बीडीए के अधिकारियों के अनुसार खाली पड़ी भूमि पर कुछ भूमाफियाओं की नजर लगी हुई है। इस पर बीडीए ने वहां बाउंड्रीवाल बनाने की कार्ययोजना तैयार की थी। मंगलवार सुबह सहायक अभियंता रामकुमार चौधरी के नेतृत्व में टीम ने मौके पर पहुंचकर बाउंड्रीवाल के लिए पिलर बनाने का काम शुरू करा दिया। इसका पता लगते ही वही रहने वाले एक उद्यमी के परिवार के सदस्य समेत तमाम लोग वहां आए और बीडीए की टीम पर हमला बोल दिया।
निर्माण कर रहे मजदूरों के साथ मारपीट और गाली-गलौज शुरू कर दी। वहां दीवार बनाने को रखी दो क्विंटल सरिया और दस कट्टे सीमेंट सहित मजदूरों के औजार लूटकर ले गए। घटना की सूचना मिलने पर बीडीए सचिव योगेश सिंह व अधिशासी अभियंता आशु मित्तल अतिरिक्त पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उससे पहले ही हमलावर और उनके साथी मौके से फरार हो गए। इसके बाद टीम ने बाउंड्रीवाल का निर्माण फिर से शुरू करा दिया।
आइआइए के पूर्व अध्यक्ष, भतीजे, बेटे समेत चार पर रिपोर्ट दर्ज
बीडीए के अवर अभियंता तेजदत्त सिंह की ओर से घटना की तहरीर बारादरी पुलिस को दी गई। पुलिस ने तहरीर के आधार पर दिवंगत उद्यमी भारत भूषण शील के बेटे संभव सक्सेना, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आइआइए) के पूर्व अध्यक्ष चंद्र भूषण सक्सेना, अभिनव सक्सेना, पड़ोस में रहने वाले सुधांशु कमल और अन्य अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। हमलावरों पर बलवा, लूटपाट, लोकसेवक से मारपीट, सरकारी कार्य में बाधा डालना, मारपीट व गाली-गलौज की धारा लगाई गई है।
हमलावरों के अन्य अवैध निर्माण भी चिह्नित
बीडीए के अधिशासी अभियंता आशु मित्तल के अनुसार हमलावरों ने हरूनगला में अवैध रूप से कई निर्माण करा लिए हैं। इनका कोई नक्शा पास नहीं है। उनके द्वारा किए गए अवैध निर्माण भी चिह्नित किए गए हैं। एक बरातघर को भी सील किया गया है। अन्य को नोटिस देकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
हरुनगला में बीडीए की जमीन को कब्जे से बचाने के लिए वहां बाउंड्रीवाल का निर्माण कराया जा रहा था। तभी कई लोगों ने आकर वहां काम कर रहे लोगों के साथ मारपीट की। वहां रखा सरकारी सामान भी लूटकर ले गए। सूचना पर वहां भारी पुलिस फोर्स भेजा गया। हमलावरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। जोगिंदर सिंह, उपाध्यक्ष बीडीए
हरुनगाल में जमीन का विवाद करीब 17 साल से कोर्ट में चल रहा है। बीडीए ने उस जमीन के कुछ हिस्से को अपना बताकर बाउंड्रीवाल का निर्माण शुरू करा दिया था। जबकि वहां कोर्ट का स्टे है। इसकी कापी दो दिन पहले बीडीए आफिस में जाकर दिखाई भी थी। निर्माण होने पर वहां गए थे। मारपीट, लूटपाट, हमले जैसे आरोप निराधार हैं। संभव सक्सेना, उद्यमी व अधिवक्ता