सीएम का पुतला छीना तो आशाओं ने लगाया जाम
मानदेय बढ़ाने समेत चार सूत्री मांगों को लेकर दस दिन से आंदोलनरत आशा कार्यकर्ताओं ने उग्र प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर :
मानदेय बढ़ाने समेत चार सूत्री मांगों को लेकर दस दिन से आंदोलनरत आशा कार्यकर्ताओं ने उग्र प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने की कोशिश, जिसे पुलिस ने छीन लिया। जिस पर आशा भड़क गईं और उन्होंने चौराहे पर जाम लगा दिया। लगभग दो घंटे तक चले धरना प्रदर्शन से स्कूली स्कूली बच्चों से लेकर मरीजों तक परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि बाद में आशा कार्यकर्ताओं ने स्कूली बच्चों को जाने दिया। नगर मजिस्ट्रेट अतुल कुमार, सीओ सिटी सुमित शुक्ला व डिप्टी सीएमओ ने दो दिनों में समस्याओं का निस्तारण कराने का भरोसा देते हुए आशाओं को शांत कराया। इस दौरान जिलाध्यक्ष कमलजीत कौर, मीडिया प्रभारी र¨वद्रा, उपाध्यक्ष सुनीता त्रिपाठी, आशा देवी, आरती, सुमन, लक्ष्मी आदि मौजूद रही।
धूप में कई आशा हुईं बेहोश
चिलचिलाती धूप में लगभग दो घंटे तक विरोध प्रदर्शन करने के दौरान न सिर्फ राहगीरों का दिक्कतों का सामना करना पड़ा बल्कि कई आशा कार्यकर्ता भी बेहोश होकर गिर पड़ी। साथी कार्यकर्ता उन्हें पानी पिलाकर होश में लाई। इसके बाद उन्हें छांव में बैठाया गया।
राहगीरों से की हाथापाई व अभद्रता
राहगीरों से भी आशा कार्यकर्ताओं की खूब झड़प हुई। कई बाइक सवारों को जहां धक्का देकर घसीट दिया वहीं निकलने को लेकर आशाओं से उलझने वाले कुछ राहगीरों की पिटाई भी कर दी गई। यही नहीं कई महिलाओं को भी आशा कार्यकर्ताओं के गुस्से का सामना करना पड़ा। इसके बाद संगठन की जिलाध्यक्ष व मीडिया प्रभारी ने साथियों से पब्लिक से अभद्रता न करने के लिए कहा। चार बार वार्ता करने पहुंचे नगर मजिस्ट्रेट
नगर मजिस्ट्रेट अतुल कुमार चार बार आशा कार्यकर्ताओं से चौराहे पर वार्ता करने पहुंचे। उन्हें समस्याओं का जल्द समाधान कराने का आश्वासन भी दिया। जिस पर संगठन की पदाधिकारियों ने कहा कि आश्वासन तो उन्हें पहले भी दिए गए थे लेकिन समस्याओं का निस्तारण नहीं कराया गया। आखिर में नगर मजिस्ट्रेट के समझाने पर ही आशा दो दिन की मोहलत देते हुए मान गई।