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Covid-19 Test Facility : बरेली में एसजीपीजीआई की टीम ने निकाला ये तरीका, संक्रमितों के एक फोन पर लिया जाएगा सैंपल

नोडल अधिकारी नवनीत सहगल और एसजीपीजीआइ लखनऊ से आए डॉक्टरों ने कोविड-19 अस्पतालों के प्रबंधन और प्रशासकीय अधिकारियों के साथ बैठक की।

By Edited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 02:03 AM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 08:56 AM (IST)
Covid-19 Test Facility : बरेली में एसजीपीजीआई की टीम ने निकाला ये तरीका, संक्रमितों के एक फोन पर लिया जाएगा सैंपल
Covid-19 Test Facility : बरेली में एसजीपीजीआई की टीम ने निकाला ये तरीका, संक्रमितों के एक फोन पर लिया जाएगा सैंपल

बरेली, जेएनएन। नोडल अधिकारी नवनीत सहगल और एसजीपीजीआइ, लखनऊ से आए डॉक्टरों ने कोविड-19 अस्पतालों के प्रबंधन और प्रशासकीय अधिकारियों के साथ बैठक की। तय हुआ कि शहर में सिम्टोमेटिक मरीजों के लिए एक मोबाइल वैन चलाई जाए। जिसका नंबर प्रशासन जारी करेगा। मरीज उस नंबर पर फोन कर लक्षण बताएंगे, जिसके बाद वैन उनके घर जाकर सैंपल लेगी। रिपोर्ट उसके मोबाइल नंबर पर भेजी जाएगी। यह सारी कवायद अधिक से अधिक जांचें करने के लिए किया जा रहा ताकि नोडल अधिकारी नवनीत सहगल ने बताया कि जिले में अधिक मौतों की वजह दिल, मधुमेह और हाइपरटेंशन के मरीजों के संक्रमित होने की वजह से है।

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शासन से मिली स्वीकृति

बैठक में उन्होंने डॉक्टरों के साथ इलाज के नए प्रोटोकॉल पर चर्चा हुई है। शहर में प्लाज्मा थेरेपी जल्द से जल्द शुरू कराने को कहा। बोले, इसके लिए शासन से स्वीकृति हो चुकी है। उन्होंने सर्वे सर्विलांस को इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा, ताकि सुविधा का इजाफा हो सके। मौजूदा समय में करीब 1700 टेस्ट हो रहे हैं। इनको बढ़ाकर दो हजार तक लाना है। 

सर्वे में सामने आया ये तथ्य 

एसजीपीजीआइ से आए डॉक्टरों के सर्वे में सामने आया कि एसआरएमएस के आइसीयू मॉडल कंडीशन में हैं। जबकि रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज और राजश्री मेडिकल कॉलेज में सुविधायें और बेहतर करने की जरूरत है। डॉक्टरों के एक्सपर्ट पैनल ने प्रबंधकीय अधिकारियों को सुझाव दिए हैं।

कोविड अस्पतालों का लिया जायजा

एसजीपीजीआइ के चिकित्सकों ने इन्टेसिव केयर की दी जानकारी नोडल अधिकारी नवनीत सहगल के साथ आए एसजी पीजीआइ के डॉ.अफजल आजिम और डॉ.अमित रस्तोगी ने जिले के तीनों कोविड एल-2 व एल-3 अस्पतालों की स्थिति का जायजा लिया।

एनेस्थीसिया विभाग प्रमुख के साथ की बातचीत

सबसे पहले कोविड एल-2 के चिकित्सकों के साथ बैठक की। वहीं, एनेस्थीसिया विभाग के प्रमुख के साथ बातचीत की गई। इसके अलावा दोनों चिकित्सकों ने तीनों अस्पतालों के प्रमुखों से इन्टेन्सिव केयर (शिशु गहन चिकित्सा इकाई) के बारे में भी जानकारी दी गई। तीनों अस्पतालों के निरीक्षण के बाद कोरोना संक्रमितों की मौत को कम करने के बारे में चिकित्सकों ने कई जरूरी सलाह दी।


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