आंबेडकर जयंती पर भाजपा दिखी सक्रिय, सपा-बसपा में रहीं दूरियां
बरेली (जेएनएन)। जिला कार्यालयों व मंडलों में डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती धूमधाम से मनाई गई। इसमें भाजपा
बरेली (जेएनएन)। जिला कार्यालयों व मंडलों में डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती धूमधाम से मनाई गई। इसमें भाजपा आगे रही। आंबेडकर भगवा रंग में भी दिखे। इस सियासत भी हुई। भाजपा ने कार्यक्रम को राजनीतिक रंग देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। वहीं, सपा और बसपा काफी पीछे दिखाई दिए। दोनों एक साथ नहीं बल्कि अलग-अलग नजर आए।
यूं तो आंबेडकर पर बसपा अपना अधिकार समझती थी। होर्डिग से लेकर बड़ी-बड़ी रैलियों और भाषणों में नारे गूंजते थे, लेकिन इस बार वह निराशा दिख रही है। जयंती के मौके पर भाजपा ने आंबेडकर को अपना बना लिया है। भाजपाइयों ने कार्यक्रमों में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया।
शाहजहांपुर में कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किए और भाषण में कहा कि हमें बाबा साहब के दिखाए रास्ते पर चलना चाहिए। बरेली में भी जयंती को धूमधाम से मनाया गया। मंत्री व वरिष्ठ नेतागण उपस्थित रहे। इस दौरान भाजपा से बाबा साहब का पुराना नाता बताया।
सपा-बसपा के फीके रहे कार्यक्रम
समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के कार्यक्रमों में ज्यादा रंग नजर नहीं आए। भाजपा की सक्रियता के आगे इनके कार्यक्रम फीके पड़ गए। यही कारण रहा कि इन पार्टियों के कार्यकर्ताओं में ज्यादा जोश और उत्साह नजर नहीं आया।
जयंती में साथ नहीं दिखा
उपचुनाव एक साथ लड़ने वाली सपा और बसपा बाबा साहब की जयंती पर साथ नहीं दिखी। दोनों ही के कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग कार्यक्रम किए और जयंती मनाई। इस बात की दिन भर चर्चा रही, कि क्या यह महज चुनाव भर का साथ था या फिर भाजपा को हराने के लिए सिर्फ मेलमिलाप किया गया था।