गजब! बरेली में पांच हजार बच्चों ने निजी स्कूल छोड़ सरकारी स्कूल में लिया दाखिला, जानिए क्या रही वजह
Admission of Basic School in Bareilly कोरोना संक्रमण से बचाव को लगे लाकडाउन में कई लोगों का आर्थिक बजट बिगड़ गया। निजी स्कूलों की फीस कम न होने और परिषदीय विद्यालयों की बेहतर शिक्षा व्यवस्था को देख कई अभिभावकों ने निजी स्कूलों से किनारा कर लिया है।
बरेली, जेएनएन। Admission of Basic School in Bareilly : कोरोना संक्रमण से बचाव को लगे लाकडाउन में कई लोगों का आर्थिक बजट बिगड़ गया। निजी स्कूलों की फीस कम न होने और परिषदीय विद्यालयों की बेहतर शिक्षा व्यवस्था को देख कई अभिभावकों ने निजी स्कूलों से किनारा कर परिषदीय स्कूलों की ओर रुख किया। करीब पांच हजार छात्र-छात्राओं ने इस वर्ष परिषदीय स्कूलों में प्रवेश लिया।
जिले के परिषदीय स्कूलाें में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 3,54,872 है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक इस वर्ष करीब बारह हजार छात्रों के पंजीकरण के बाद यह संख्या हुई। इसमें से पांच हजार के लगभग वे विद्यार्थी हैं जो पहले निजी स्कूलों में पढ़ रहे थे। लेकिन, कोराेना काल में जब अभिभावक प्राइवेट स्कूलों का खर्च नहीं झेल सके तो उन्होंने परिषदीय विद्यालयों में अपने बच्चों का प्रवेश कराया। इसमें सबसे अधिक प्रवेश ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में हुए। वहीं वर्ष 2020 में करीब साढ़े चार हजार बच्चों ने परिषदीय स्कूलों में दाखिला कराया था।
निजी स्कूलों में कम हुए विद्यार्थी
पीलीभीत रोड स्थित एक स्कूल के संचालक ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद छात्रों की संख्या तीस फीसद तक घट गई। इसका कारण कई बच्चों का आसपास के सरकारी स्कूलों में दाखिला लेना रहा। पहली बार ऐसा हुआ कि इतनी बढ़ी संख्या में छात्रों ने निजी स्कूल से किनारा किया हो।
परिषदीय स्कूलों में इस वर्ष करीब बारह हजार छात्रों के दाखिले हुए हैं। इसका मुख्य कारण परिषदीय विद्यालयों में बेहतर पठन-पाठन और निजी स्कूलों की बढ़ती हुई फीस रहा। - चंद्रभान सिंह, जिला समन्वयक