Alert in Pilibhit : देवहा व खकरा नदियां उफनाने से बढ़ा बाढ़ का खतरा, नरहोसा में शुरु हुआ पलायन
पहाड़ों तथा मैदानी क्षेत्रों में बारिश के चलते शारदा के बाद अब जिले की देवहा और खकरा नदियों का भी जलस्तर बढ़ गया है। इससे शहर के आसपास बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
पीलीभीत, जेएनएन। पहाड़ों तथा मैदानी क्षेत्रों में बारिश के चलते शारदा के बाद अब जिले की देवहा और खकरा नदियों का भी जलस्तर बढ़ गया है। इससे शहर के आसपास बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। इन दोनों नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी की सूचना पाकर सदर से एसडीएम व तहसीलदार ग्रामीणों को अलर्ट करने देर रात मौके पर पहुंचे थे। अधिकारियों ने बाढ़ चौकियों को अलर्ट करने के साथ ही इन दोनों नदियों के किनारे स्थित गांवों में निचले स्थानों पर रहने वालों को भी सतर्क कर दिया है।
ड्यूनीडाम से शनिवार को दोपहर करीब 17 हजार क्यूसेक अतिरिक्त पानी देवहा नदी में छोड़ा गया। इससे नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया। खकरा नदी भी उफान पर है। सदर के तहसीलदार विवेक कुमार मिश्रा ने बताया कि जलस्तर बढ़ने की सूचना पर उपजिलाधिकारी अविनाश चंद्र मौर्य, वह स्वयं तथा राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों नदियों के हालात का जायजा लिया।
शहर के निकट स्थित गांव चंदोई, नौगवां पकड़िया, नावकूड़, अमरगंज,शरीफगंज, इस्लामनगर, खरुआ, खेड़ा आदि के साथ ही शहर के मुहल्ला फीलखाना, खकरा के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क कर दिया गया। तहसीलदार के मुताबिक देवहा में रविवार को सुबह जलस्तर में कुछ कमी आई है। अलबत्ता खकरा नदी का कोई बांध नहीं होने के कारण उसका जलस्तर बढ़ा चल रहा है। उन्होंने बताया कि देवहा की सहायक नदी खकरा में जलस्तर कम होने पर देवहा नदी में 54 हजार क्यूसेक अतिरिक्त पानी भी पास हो सकता है।
लेकिन खकरा में पानी अधिक रहने के चलते अगर देवहा में ड्यूनीडाम से और अतिरिक्त पानी छोड़ा जाता है तो बाढ़ की स्थिति बन सकती है। इसीलिए निचले स्थानों पर रहने वालों से सुुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दी गई है। फिलहाल अभी बाढ़ के हालात नहीं हैं। राजस्व प्रशासन हालात पर नजर रखे हुए है। सदर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है।
नहरोसा में पलायन कर रहे ग्रामीण
शारदा नदी ने नहरोसा गांव में काफी तेजी से कटान शुरू कर दिया है। सैकड़ों लोग कार सेवा के जरिए कटान रोकने की कवायद कर रहे हैं। सीमेंट के खाली कट्टों में बालू भरकर उसे किनारे पर लगा रहे हैं। पेड़ों को काटकर में नदी में डाला जा रहा है। लेकिन कटान नहीं रुक पा रहा है। नदी गांव से 50 मीटर दूर रह गई है। इसके चलते कुछ लोग अपना सुरक्षित स्थानों पर सामान वाहनों में भरकर ले जा रहे हैं। लगातार नहरोसा में कटान होने से गांव पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।