नरबलि के लिए दिव्यांग को भट्ठे में फेंकने का आरोप, पुलिस ने किया इंकार
नरबलि के लिए दिव्यांग को भट्टे में झोंकने का मामला सामने आया है। आरोप है कि भट्टे की तरक्की के लिए दिव्यांग की नरबलि का प्रयास किया गया। दिव्यांग की मां ने हाफिजगंज पुलिस से मामले की शिकायत की। इंस्पेक्टर हाफिजगंज सुरेंद्र यादव ने घटना से इन्कार किया है।
बरेली, जेएनएन। उन्हाेंने प्रकरण को लेन-देन का विवाद बताया है। नरबलि के लिए दिव्यांग को भट्टे में झोंकने का मामला सामने आया है। आरोप है कि भट्टे की तरक्की के लिए दिव्यांग की नरबलि का प्रयास किया गया। दिव्यांग की मां ने हाफिजगंज पुलिस से मामले की शिकायत की। इंस्पेक्टर हाफिजगंज सुरेंद्र यादव ने घटना से इन्कार किया है।
दिव्यांग तौफीक अहमद नवाबगंज के रतना चुन्नीलाल गांव का रहने वाला है। दिव्यांग की मां वहीदन ने बताया कि बेटा बढ़ेपुरा रोड स्थित एक भट्टे पर ईंट की पथाई का काम करता है। वह भी ईंट पथाई का काम करती है। बताया कि रोज की भांति रविवार को शाम करीब छह बजे तौफीक भट्ठे पर गया। आरोप है कि उसी दाैरान भट्ठा मालिक के इशारे पर उसके लोगाें ने दिव्यांग काे पकड़ लिया। भट्ठे में झोंकने का प्रयास करने लगे। इस पर दिव्यांग ने बचने के लिए भागने की कोशिश की तो उससे मारपीट की गई। जानकारी जैसे ही दिव्यांग की मां को हुई वह बिलखती पहुंची। उसने बेटे काे कलेजे से लपेट लिया। वह चीखने-चिल्लाने लगी। आस-पास के लोग मौके पर इकट्ठे हो गए। भागकर दिव्यांग को लेेकर उसकी मां हाफिजगंज थाने पहुंची। पूरी आपबीती सुनाई। आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के लिए तहरीर दी। हालांकि, पुलिस ने अभी रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। वह घटना से इन्कार कर रही है।
क्या कहना है पुलिस का
हाफिजगंज के इंस्पेक्टर सुरेंद्र यादव का कहना है कि नरबलि के आरोप निराधार हैं। मामला लेनदेन से जुड़ा है। जांच कराई जा रही है। जांच के बाद जो भी सामने आएगा, उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।