Bareilly college scam : फरार चारों आरोपितों के खिलाफ जारी होगा गैर जमानती वारंट, एसएसपी ने दिए निर्देश
उपाध्यक्ष के जेल जाने के बाद से प्रबंध समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी पूर्व प्राचार्य सोमेश यादव अजय शर्मा ठेकेदार मकसूद घर छोड़ फरार हो चुके हैं। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच की टीम ने फिर से दबिश दी लेकिन कोई हत्थे नहीं चढ़ा।
बरेली, जेएनएन। बरेली कॉलेज में करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार मामले में मंगलवार को बरेली कॉलेज प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष काजी अलीमुद्दीन को क्राइम ब्रांच की टीम जेल भेज चुकी है। उपाध्यक्ष के जेल जाने के बाद से प्रबंध समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी, पूर्व प्राचार्य सोमेश यादव, अजय शर्मा, ठेकेदार मकसूद घर छोड़ फरार हो चुके हैं। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच की टीम ने फिर से दबिश दी लेकिन, कोई हत्थे नहीं चढ़ा। लिहाजा, चारों आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच की टीम ने कोर्ट में एनबीडब्ल्यू यानी गैर जमानती वारंट की अर्जी दाखिल की है। लिहाजा, आरोपितों पर शिकंजा कसता जा रहा है।
करोड़ो रुपये के भ्रष्टाचार मामले की विवेचना क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है। क्राइम ब्रांच की टीम की ओर से आरोपितों में मामले में बयान दर्ज कराने के लिए एक के बाद एक पांच नोटिस दी गईं लेकिन, कोई भी बयान दर्ज कराने नहीं पहुंचा। लंबे वक्त के इंतजार के बाद भी जब कोई नहीं पहुंचा तो मंगलवार को क्राइम ब्रांच अचानक से बरेली कॉलेज पहुंची और काजी अलीमुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया। काजी अलीमुद्दीन से अन्य फरार आरोपितों के बारे में लंबी पूछताछ की गई लेकिन, उसने किसी भी प्रकार की जानकारी से इन्कार कर दिया।
काजी अलीमुद्दीन की अर्जी पर सुनवाई आज
जेल जाने के बाद काजी अलीमुद्दीन के वकील की ओर से उनकी जमानत की अर्जी लगाई गई थी जिसे प्रभारी एसीजेएम प्रथम मृदांशु कुमार ने नामंजूर कर दी थी। काजी अलीमुद्दीन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। इसके बाद उनकी ओर से सेशन कोर्ट में जमानत की अर्जी डाली गई, जिस पर 20 मार्च यानी शनिवार को सुनवाई होगी।
घरों में सिर्फ महिलाएं और बच्चे
उपाध्यक्ष की गिरफ्तारी के बाद से अन्य आरोपित घर में ताला लगा फरार हो गए थे। अब आरोपितों के स्वजन आ गए हैं। घर पर सिर्फ महिलाएं और बच्चे हैं। आरोपितों के बारे में जानकारी की गई तो स्वजन ने जानकारी से इन्कार कर दिया। फोन नंबर पर संपर्क किया गया तो सभी आरोपितों के मोबाइल नंबर बंद होने की बात सामने आई।
क्या कहना है एसएसपी का
फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी गई लेकिन, सभी फरार है। लिहाजा, गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच की टीम को आरोपितों के कोर्ट से गैर जमानती वारंट लेने के निर्देश दिए गए हैं।
- रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी