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बरेली में डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए आशाएं जाएंगी घर-घर, स्वास्थ्य विभाग ने बनाई कार्ययोजना

कोरोना संक्रमण की वजह से पिछली बार डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए कोई अभियान नहीं चला। अब स्वास्थ्य विभाग ने संचारी रोग के खिलाफ जंग लड़ने के लिए कार्य योजना तैयार कर ली है। एक जुलाई से जिले में करीब तीन हजार आशाएं घर-घर जाकर दस्तक देंगी।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 03:56 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 03:56 PM (IST)
बरेली में डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए आशाएं जाएंगी घर-घर, स्वास्थ्य विभाग ने बनाई कार्ययोजना
जिले के सबसे अधिक प्रभावित ब्लॉकों में व्यापक रूप से चलेगा अभियान।

बरेली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की वजह से पिछली बार डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए कोई अभियान नहीं चला। इस बार संक्रमण कुछ कम हुआ तो अब स्वास्थ्य विभाग ने संचारी रोग के खिलाफ जंग लड़ने के लिए कार्य योजना तैयार कर ली है। एक जुलाई से जिले में करीब तीन हजार आशाएं घर-घर जाकर दस्तक देंगी और संभावित मरीजों को चिह्नित करेंगी। इनकी जांच होगी और दवा दी जाएगी। डेंगू या मलेरिया से पीड़ित मिलने पर आसपास के 50 घरों तक एंटी ब्रीडिंग फॉगिंग की जाएगी, जिससे बीमारी न बढ़े। इसकी रिपोर्ट विभाग की ओर से शासन को भेजी जाएगी।

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स्वास्थ्य टीमों को दिया गया प्रशिक्षण : स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के मुताबिक एक जुलाई से जिले भर में 31 जुलाई तक संचारी रोग और 12 से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। जिसके लिए तीन हजार आशा कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दे दी गई है। दो-दो आशा कार्यकर्ताओं की एक टीम के साथ टीम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी शामिल रहेगीं।

इन रोगियों पर खास नजर : टीमों को निर्देशित किया गया है कि डोर टू डोर सर्वे के दौरान परिवार के सदस्यों की जांच कर फीवर, इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस (आइएलआइ), टीबी से ग्रसित रोगी और कुपोषित बच्चों का डेटा विभाग को फौरन उपलब्ध कराएंगे। जिससे उन्हें फौरन परामर्श के साथ इलाज और दवाएं मुहैया कराई जा सकें।

2018-19 में प्रदेश में सबसे ज्यादा थे केस : कोरोना के चलते पिछले दो वर्षों से संचारी रोग अभियान ठीक प्रकार से नहीं चल पा रहा था। बीते 2018-19 में मलेरिया और डेंगू के केस में बरेली प्रदेश में पहले स्थान पर काबिज रहा है। हालांकि प्रदेश में सबसे अधिक जांचे भी बरेली में ही हुई थी। उस दौरान सबसे अधिक केस आंवला, मझगवां, रामनगर और भमौरा ब्लॉक में सबसे अधिक मलेरिया और डेंगू के केस मिले थे। जिसके चलते अभियान के दौरान इन ब्लॉकों पर विशेष निगरानी के साथ अभियान चलाया जाएगा।मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके गर्ग ने बताया कि एक जुलाई से संचारी वहीं 12 जुलाई से दस्तक अभियान चलाया जाएगा। जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई हैं, वहीं टीमों का गठन भी कर दिया गया है। 


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