परीक्षा में लिखी पीएम मोदी के लिए 'मन की बात'
ेजागरण संवाददाता बरेली परीक्षा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई दफा विद्यार्थियों से मुखा
ेजागरण संवाददाता, बरेली : परीक्षा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई दफा विद्यार्थियों से मुखातिब हुए। एकाग्रता से सफलता और दबाव मुक्त रहने के मंत्र दिए। मगर कुछ ऐसे भी विद्यार्थी हैं, जिन पर इन बातों का कोई असर नहीं हुआ है। वे पढ़ाई-लिखाई से जी चुराए रहे। परीक्षा हुई तो कॉपी पर मोदी जी की तारीफों का फसाना लिख आए है। इस मनुहार के साथ कि सर, पास कर दीजिएगा।
परीक्षा में प्रश्नों के जवाब के बजाय अपनी दास्तां लिखने वाले ये छात्र, एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध निजी कॉलेजों के हैं। कोई मोदी का फैन है तो कोई शाहरूख का दीवाना। किसी ने गरीबी की दुहाई दी, तो कोई बीमारी का हवाला लिख आया। सुबूत के लिए मोबाइल नंबर लिखे। परीक्षकों को एतबार न हो तो वो कॉल करके पूछ सकते हैं। प्रोफेसरों ने कॉपी जांची तो अलग-अलग कहानियां देख दंग रह गए। ऐसे जवाब लिखने वालों को शून्य अंक दिए हैं। दर्जनों कॉपियों पर यह सब लिखा मिलना, महज छात्रों के न पढ़ने तक सीमित नहीं है। बल्कि निजी कॉलेजों में पढ़ाई-लिखाई किस स्तर तक जा पहुंची, इसका भी सुबूत है। मूल्यांकन करने वाले प्रोफेसरों का मानना है कि एडेड-राजकीय कॉलेज के छात्रों की कॉपी में ऐसा नहीं लिखा मिलता है। इसका कारण यह है कि यहां थोड़े पढ़ने लिखने वाले विद्यार्थी आते हैं। जबकि कुछ निजी कॉलेजों में तो केवल प्रवेश होते हैं, पढ़ाई होती ही नहीं। ये विद्यार्थी भी ऐसे ही कॉलेजों से आते हैं। कॉपी नंबर एक
मोदी जी के कारण पढ़ने लगीं लड़कियां
बीएससी की छात्रा ने लिखा-मोदी जी ने जो किया, आज तक वो कोई नहीं कर पाया। वह बहुत अच्छे इंसान हैं। गरीबों के लिए घर बनवाए। हमारा वोट मोदी जी को ही जाएगा। हमारे देश में गरीब लड़कयां (सही, शब्द लड़कियां) पहले पढ़ती नहीं थीं। अब तो हर गरीब लड़की पढ़ पाती है। यह मोदी जी के कारण ही हो पाया। केस दो
शाहरूख के फैन ने लिखा, सर देवदास देखिए
एक लड़की थी दीवानी सी, पगली सी अंजानी सी। सर, मैं शाहरूख खान का फैन हूं। देवदास फिल्म बहुत अच्छी है। एक बार आप भी जरूर देखना। सर, आपसे गुजारिश है, पास जरूर कर देना। केस तीन
छोटी सी बच्ची समझ पास कर देना
सर, मुझे अपनी प्यारी सी बच्ची समझकर पास कर देना। सिलाई करती हूं, पढ़ाई के लिए बिल्कुल समय नहीं मिला। मैं बहुत टेंशन में हूं। हाथ जोड़कर विनती करती हूं, पास कर देना। यकीन न हो तो यह मेरा मोबाइल नंबर है, इस पर कॉल कर लेना। केस चार
सर, मुझे पास कर दियो। एक बार फेल हो गया था। यह दूसरा एग्जाम है। केस पांच
मजदूरी कर भरी फीस
सर, नमस्ते। मैं, पिछली साल फेल हो गया था। घरवालों ने रुपये नहीं दिए। मजदूरी करके फीस भरी। अपना बेटा-भाई समझकर अच्छे नंबरों से पास कर देना। आपकी महान कृपा होगी। केस छह
सर.. एक्सीटेंड हो गया, पढ़ नहीं पाऊंगी
सर.. मैं केमिस्ट्री का पहला पेपर देकर जा रही थी। एक्सीडेंट हो गया था। मजबूर थी, कुछ लिख नहीं पाऊंगी। इसलिए पास कर देना। केस सात
किसान की बेटी हूं, गरीबी देखकर नंबर देंगे
एक किसान की बेटी हूं। दिनभर काम करती हूं। रात को पढ़ाई। सर, स्कॉलरशिप भी नहीं आई। फेल हो गई तो शायद आगे पढ़ नहीं पाऊंगी। अगर आप मेरी गरीबी देखकर नंबर देंगे तो आपकी बड़ी कृपा होगी। केस आठ
पिताजी बहुत खतरनाक है, बहुत पिटाई करेंगे
सर.. मैं हाथ जोड़कर विनती करती हूं। मुझे पास कर देना। मेरे पिता जी बहुत खतरनाक हैं। मेरी बहुत पिटाई करेंगे।