पढ़े... क्यों देश के लिए तीन युद्ध लड़ने वाले रिटायर्ड सूबेदार को करनी पड़ रही सिस्टम से जंग
करगैना में हनुमान चौक के पास रहने वाले 76 साल के रिटायर्ड सूबेदार भूदेव शर्मा को पुलिस ने एससीएसटी एक्ट का आरोपित बना दिया। जबकि मामला जमीन के विवाद का था।
बरेली, जेएनएन : देश के दुश्मनों से सीमा पर एक नहीं, बल्कि तीन युद्ध लडऩे वाले रिटायर्ड फौजी ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन आत्मसम्मान के लिए सिस्टम से जंग करनी पड़ जाएगी। हम बात कर रहे हैं, करगैना में हनुमान चौक के पास रहने वाले 76 साल के रिटायर्ड सूबेदार भूदेव शर्मा की। जिन्हें पुलिस ने एससीएसटी एक्ट का आरोपित बना दिया। जबकि मामला जमीन के विवाद का था। मुकदमे का पता चलने पर बुजुर्ग सोमवार को एसएसपी ऑफिस पहुंच गए। कहा कि रिटायर्ड फौजी हूं। देश के लिए तीन-तीन बार युद्ध लड़ चुका हूं। झूठ नहीं बोलूंगा, अगर मैं दोषी हूं तो सख्त से सख्त सजा दी जाए। अगर मुकदमा झूठा है तो खत्म किया जाए। बोले- न्याय नहीं मिला तो थाना परिसर में अनशन पर बैठूंगा। कार्यवाहक एसएसपी अभिनंदन सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया कि निष्पक्ष कार्रवाई होगी। उन्हें डरने की कोई जरुरत नहीं है।
यह है पूरा मामला
रिटायर्ड सूबेदार का छह बीघा जमीन को लेकर दो लोगों से विवाद चल रहा है। भूदेव शर्मा का कहना है कि उन्होंने दो लोगों से जमीन का एग्रीमेंट किया था। समय सीमा समाप्त हो जाने पर एग्रीमेंट खत्म हो गया। ये लोग उनकी जमीन हड़पना चाहते हैं। दबाव बनाने के लिए दो दिसंबर को कोतवाली में किसी प्रशांत की तरफ से भूदेव शर्मा समेत चार लोगों के खिलाफ एससीएसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज करा दिया गया।
खबर पढ़कर हुई मुकदमे की जानकारी
भूदेव के मुताबिक, उन्हें अखबार पढ़कर मुकदमे की जानकारी हुई। वह कोतवाली जाकर सीओ से मिले तो उन्होंने इंस्पेक्टर कोतवाली के पास भेज दिया। इंस्पेक्टर कोतवाली ने उनसे अच्छा व्यवहार तो किया लेकिन यह नहीं बताया कि झूठा मुकदमा कैसे दर्ज हो गया।
न्याय नहीं मिला तो अनशन पर बैठूंगा
सोमवार को भूदेव शर्मा एसएसपी आफिस पहुंचे। कार्यवाहक एसएसपी अभिनंदन सिंह से कहा कि कभी कोई गलत काम नहीं किया। बावजूद इसके उन पर झूठा एससीएसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि अगर मुकदमा खत्म नहीं हुआ तो वह आइजी, एडीजी व डीजीपी से मिलेंगे। तब भी न्याय नहीं मिला तो थाना परिसर में अनशन पर बैठूंगा।