बरेली में सीबीएसई के 7400 छात्र बिना परीक्षा दिए ही हो जाएंगे प्रमोट
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं की परीक्षा को रद कर दिया गया है। वहीं 12वीं की परीक्षाओं को आगे के लिए टाल दिया गया है।
बरेली, जेएनएन : कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं की परीक्षा को रद कर दिया गया है। वहीं 12वीं की परीक्षाओं को आगे के लिए टाल दिया गया है। अब 10वीं के छात्रों को इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। सीबीएसई के इस फैसले के बाद छात्र और अभिभावक देर शाम तक उहापोह की स्थिति में रहे। हाइस्कूल के मेधावी छात्रों ने इस पर मायूसी जताते हुए कहा कि स्वमूल्यांकन के लिए परीक्षा जरूरी होती है। वहीं, इंटरमीडिएट के छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी पर फर्क पड़ने की बात कह रहे हैं।
जिले में सीबीएसई बोर्ड के हाइस्कूल के 7400 जबकि इंटरमीडिएट के 6900 छात्र पंजीकृत हैं। बुधवार को जब सीबीएसई बोर्ड की ओर से हाइस्कूल की परीक्षा रद करने की बात सामने आई तो अभिभावकों ने स्कूल के प्रिसिपलों और शिक्षकों से इसकी जानकारी लेनी शुरू की। इस पर बताया गया कि हाईस्कूल की परीक्षा रद कर सभी छात्रों को प्रमोट किया जाएगा। इसमें इंटरनल एसेसमेंट को प्रमुखता दी जाएगी। इसके अलावा छात्रों के 9वीं के परफार्मेंस को भी देखा जा सकता है। इसके अलावा अगर छात्र प्रमोशन से संतुष्ट नहीं होगे तो उन्हें परीक्षा के लिए भी मौका दिया जा सकता है। वहीं 12वीं के छात्रों की परीक्षा सिर्फ आगे बढ़ाई गई हैं। इससे पहले सीबीएसई की परीक्षाएं चार मई से शुरू होकर 10 जून तक चलनी थीं।
प्रधानाचार्यो की बात
10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा रद होने के बाद छात्रों को इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर प्रोन्नत किया जाएगा। 12वीं की परीक्षाएं रद नहीं हुई हैं। छात्रों को आत्मविश्वास कम नहीं होने देना है। उनकी परीक्षा की नई तारीख आएगी।
- डा. उर्मिला बाजपेयी, प्रिसिपल, सेक्रेड हार्ट स्कूल एहतियात बरतते हुए 10वीं की परीक्षाएं हो सकती थीं। इससे कालेज व विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने में छात्रों को समस्याएं आ सकती हैं। 10वीं के छात्रों को किस तरह प्रोन्नत किया जाना है, इसका निर्णय बोर्ड की गाइडलाइन आने के बाद लिया जाएगा।
- अमित रोनाल्ड, प्रधानाचार्य, एसआर इंटरनेशनल स्कूल 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए गया निर्णय छात्रों के स्वास्थ्य हित में है। इसके बाद 12वीं के छात्रों को अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए समय मिलेगा। वहीं दसवीं के छात्रों को प्रोन्नत किए जाने के लिए स्पष्ट गाइडलाइन का इंतजार है।
- युहान कुवंर, प्रधानाचार्य, विद्या भवन पब्लिक स्कूल बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। हाईस्कूल के छात्रों को प्रमोट करना है, लेकिन अगर वह चाहेंगे तो परीक्षा भी दे सकते हैं। इंटरमीडिएट के छात्र इसे अवसर के रूप में लें। उन्हें और अच्छी तैयारी करने का मौका मिला है।
- आरएस रावत, प्रिसिपल, जीआरएम स्कूल
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हाइस्कूल के विद्यार्थियों की बात
पूरे साल परीक्षाओं के लिए जमकर तैयारी की थी। होम सेंटर के आधार और शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए परीक्षाएं करा देनी चाहिए थी।
- शब्द सत्संगी परीक्षाएं रद होने के निर्णय से खुशी भी है और दुख भी। जहां संक्रमण से बचने की खुशी है, वहीं दुखी इसलिए हूं क्योंकि मैं परीक्षाओं के लिए पूरी तरह से तैयार थी।
- स्वप्निल परीक्षा के लिए कितनी मेहनत से तैयारी की थी लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते बेकार हो गई। अब ऐसे में परीक्षा की तैयारी का तो कोई मतलब नहीं बचाी।
- साहेन अरोरा मैंने परीक्षा के लिए काफी तैयारी की थी, लेकिन जब रद होने की सूचना मिली तो कष्ट हुआ। परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करना चाहती थी, लेकिन अब आगे की तैयारी करूंगी।
- फातिमा रिजवी
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इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों की बात
परीक्षाएं टल जाने का निर्णय छात्रों के हित में है। इससे संक्रमण से बचाव होगा तो वहीं छात्रों को परीक्षा की तैयारी करने के लिए ज्यादा समय मिल सकेगा।
- अर्पणा जायसवाल परीक्षाएं स्थगित होने से छात्रों को अच्छे अंक लाने के लिए तैयारी करने का अवसर मिला है। लेकिन, आगे कॉलेज में दाखिला लेने में काफी समस्याएं आ सकती हैं।
-उज्जवल परीक्षा टाल दी गई है। अभी कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ऐसे में हम सभी जिम्मेदारी के साथ घर पर रहकर संक्रमण से बचाव करेंगे। तैयारी जारी रहेगी।
- तान्या इतनी मेहनत से तैयारी में लगी थी, लेकिन अब काफी दिन बार परीक्षा होगी। इससे दिक्कत आ सकती है, हालांकि तैयारी जारी रखूंगी।
- परिधि अग्रवाल
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मौका समझ कर आगे की तैयारी करें छात्र
सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर वीके मिश्रा ने बताया कि अचानक आया यह निर्णय थोड़ा चौंकाने वाला है। लेकिन यह छात्रों के लिए हित में है। सभी स्कूल परीक्षा कराने के लिए पूरी तरह तैयार थे। स्कूल में काफी स्थान था और कुछ बच्चों की परीक्षा आसानी से हो सकती थी। लेकिन सीबीएसई बोर्ड ने छात्रों के स्वास्थ्य और परिस्थितियों को देखते हुए निर्णय लिया है। कक्षा दस के छात्र अब 11वीं में प्रवेश करेंगे। छात्र इससे उत्साहित न हों वह इसे अवसर समझ कर 11वीं और 12वीं की तैयारी में जुट जाएं, जिससे भविष्य में लाभ मिल सके। कक्षा 12वीं का एग्जाम आगे बढ़ना थोड़ा परेशानी में डाल सकता है। वह इस एग्जाम के बाद देश विदेश के अलग अलग विश्वविद्यालय के लिए प्रयास करते हैं। ऐसे में उन्हें एंट्रेंस में दिक्कत आ सकती है। इसके लिए जल्द ही आगे निर्णय लिया जाएगा। सभी विद्यालय हमेशा छात्रों के लिए तैयार हैं, उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।