ट्रेन संचालन में बाधक बन रहीं इज्जतनगर रेल मंडल की 400 रेलवे क्रासिंग अब बंद होंगी, जानिये शुरआत में कौन सी क्रासिंग होंगी बंद
पूर्वोत्तर रेलवे का इज्जतनगर मंडल ट्रेन संचालन में बाधक बन रही रेलवे क्रासिंगों को अब बंद करने की कवायद तेजी से पूरी करने जा रहा है। शुरुआत में रेलवे उन्हीं क्रासिंगों को बंद करेगा जिनसे संचालन प्रभावित होता है। ऐसी जगहों पर अंडर पास या ओवर ब्रिज बनाए जाएंगे।
बरेली, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे का इज्जतनगर मंडल ट्रेन संचालन में बाधक बन रही रेलवे क्रासिंगों को अब बंद करने की कवायद तेजी से पूरी करने जा रहा है। शुरुआत में रेलवे उन्हीं क्रासिंगों को बंद करेगा जिनसे संचालन प्रभावित होता है। ऐसी जगहों पर अंडर पास या ओवर ब्रिज बनाने के बाद ही इन क्रासिंग को बंद किया जाएगा। मंडल ने 2020 में कुल 31 क्रासिंगों को बंद किया था। जबकि अब चार रेलवे क्रासिंग को बंद किया जाना प्रस्तावित है।
जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि क्रासिंगों को बंद कर सीमित ऊंचाई वाले सब-वे बनवाए जाएंगे। जबकि कुछ मुख्य रेलवे क्रासिंगों पर फ्लाईओवर बनाया जाना है। इज्जतनगर मंडल ही नहीं उत्तर रेलवे का मुरादाबाद मंडल भी बरेली सेक्शन की कई क्रासिंग को बंद करने के लिए प्रस्ताव बना चुका है। रेल ऑपरेटिंग और इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ट्रेन के रुकने और चलने में काफी वित्तीय नुकसान होता है। रेल बोर्ड की सर्वे टीम का मानना है कि यदि क्रासिंगों की जगह अंडरपास या फ्लाईओवर का प्रयोग किया जाए तो रेलवे का फायदा होगा। सबसे अधिक रेलवे क्रासिंग दिल्ली-लखनऊ रेल सेक्शन पर है। जिसमें केवल बरेली सेक्शन में 50 से 60 रेलवे क्रासिंग हैं।
बंद किया जाना है यह क्रासिंग
इज्जतनगर, रामनगर, काशीपुर, बदायूं, शाहजहांपुर, पीलीभीत, लालकुआं, काठगोदाम, मथुरा, कानपुर, रावतपुर, फर्रूखाबाद सेक्शन की क्रासिंग बंद कि जानी है। इसके अलावा जिले में किला क्रासिंग, अलखनाथ, कुदेशिया, कटघर, डीआरएम आफिस, कारखाना, एयरफोर्स, शहीद गेट समेत 400 रेलवे क्रासिंग शामिल हैं, जिन्हें बंद किया जाना है। जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि आने वाले समय में सभी क्रासिंगों को बंद करने की तैयारी है। कई क्रासिंग बंद भी की जा चुकी है। अन्य को बंद करने का प्रस्ताव तैयार हो चुका है।