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36 हजार शिक्षक देंगे एक से 15 उम्मीदवारों को वरीयता

शिक्षक विधायक चुनाव के प्रत्याशी 36 हजार शिक्षकों को रिझाने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। राजनीतिक पार्टियों की खींचतान की वजह से चुनाव दिलचस्प हो चला है। भाजपा कांग्रेस और सपा तीनों पार्टियों के प्रत्याशियों के साथ निर्दलीय उम्मीदवार भी ताल ठोक रहे हैं। प्रशासन के लिए इस चुनाव की मतगणना भी आसान नहीं होगी। बैलेट पेपर पर होने वाले इस चुनाव में एक शिक्षक मतदाता एक से लेकर पंद्रह तक वरीयता तय करते हुए प्रत्याशी चुन सकता है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 02:39 AM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 02:39 AM (IST)
36 हजार शिक्षक देंगे एक से 15 उम्मीदवारों को वरीयता

बरेली, जेएनएन : शिक्षक विधायक चुनाव के प्रत्याशी 36 हजार शिक्षकों को रिझाने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। राजनीतिक पार्टियों की खींचतान की वजह से चुनाव दिलचस्प हो चला है। भाजपा, कांग्रेस और सपा तीनों पार्टियों के प्रत्याशियों के साथ निर्दलीय उम्मीदवार भी ताल ठोक रहे हैं। प्रशासन के लिए इस चुनाव की मतगणना भी आसान नहीं होगी। बैलेट पेपर पर होने वाले इस चुनाव में एक शिक्षक मतदाता एक से लेकर पंद्रह तक वरीयता तय करते हुए प्रत्याशी चुन सकता है। सीधे शब्दों में हर शिक्षक कम से कम एक और अधिकतम पंद्रह प्रत्याशियों की वरीयता क्रमवार तय कर सकता है। इसकी गणना होने के दौरान वरीयता के क्रम में प्रत्याशी जीता या हारा घोषित की जाएगी।

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एमएलसी चुनाव में बरेली-मुरादाबाद के 36 हजार शिक्षकों को पहली दिसंबर को मतदान करना है। मतदान करने वाले हर शख्स को अपने बैलेट पेपर पर प्रत्याशियों की वरीयता तय करनी होगी। बैलेट पेपर खुलने के बाद 25-25 के बंडल बनाए जाएंगे। इसके बाद इनको वरीयता के क्रम को सेट करने की कवायद शुरू होगी। अधिकारियों के अनुसार तीन दिसंबर को संजय कम्युनिटी हॉल में होने वाली मतगणना में तकरीबन पूरा दिन लगेगा। अगर री काउंटिग की स्थिति बनती है तो नतीजे अगली सुबह घोषित हो सकते हैं।

कंट्रोल रूम स्थापित

एडीएम प्रशासन ने बरेली-मुरादाबाद खंड शिक्षक चुनाव के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की है। 0581-2970118 पर बरेली-मुरादाबाद खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत की जा सकती है।

वर्जन

बैलेट पेपर पर एक से पंद्रह उम्मीदवारों की वरीयता तय करने के लिए शिक्षक मतदाता स्वतंत्र होंगे। मतगणना में इसलिए अधिक समय भी लग सकता है। पहले राउंड में अगर किसी प्रत्याशी की बढ़त होती है तो उसको जीत के करीब मानते हैं।

- मनोज कुमार पांडेय, एडीएम वित्त


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