Move to Jagran APP

300 कुंतल अनाज घोटाले में एक दुकान निलंबित

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में सेंधमारी कर गरीबों के हिस्से का करीब 300 कुंतल अनाज हजम कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Sep 2018 10:51 PM (IST)Updated: Wed, 05 Sep 2018 01:51 AM (IST)
300 कुंतल अनाज घोटाले में एक दुकान निलंबित
300 कुंतल अनाज घोटाले में एक दुकान निलंबित

जागरण संवाददाता, बरेली : घोटालेबाजों ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में सेंधमारी कर गरीबों के हिस्से का करीब 300 कुंतल अनाज हजम कर लिया। खाद्य एवं रसद विभाग के साथ एसटीएफ घोटाले के मास्टर माइंड की तलाश में जुटी है। घटना में जिन 10 कोटेदारों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। सितंबर में उन दुकानों पर राशन नहीं बंटेगा। खाद्य एवं रसद विभाग ने घोटाले की जद में शामिल 11 दुकानों को अटैच कर दिया है। जबकि नवाबगंज की एक दुकान निलंबित कर दी गई है।

loksabha election banner

अगस्त माह में बरेली समेत प्रदेश के 43 जिलों में योजना के डिजिटल सिस्टम में सेंध लगाकर घोटाले को अंजाम दिया गया था। खाद्य एवं रसद विभाग के मुताबिक करीब तीन सौ कुंतल से ज्यादा राशन गबन हुआ है। हालांकि इसकी रिकवरी को लेकर अभी कोई निर्देश नहीं मिला है।

इनकी दुकानें हुई अटैच

-पवन कुमार : आवास विकास

-कमल कुमार : शाहबाद

-वीके बाली :

-किशन लाल : भूड़

-हर्ष कुमार अग्रवाल : संजय नगर।

-अनिल कुमार : आलमगिरी गंज

-नियाज अहमद : छिपीटोला

-सोहन लाल : परसाखेड़ा

-अब्दुल सलाम : नवाबगंज

-शाकिब रजा : जोगीनवादा

66 दुकानों का डाटा अध्ययन

बरेली में राशन की कुल 78 दुकानें घोटाले की जद में हैं। पहले चरण में जिन 12 दुकानों से घोटाला सामने आया है, उनमें दस के विरुद्ध मुकदमा दर्ज है। बाकी दो दुकानों की जांच चल रही है, इसमें नवाबगंज की एक दुकान निलंबित कर दी गई है। जबकि एक दुकान से 22 राशन कार्ड व आधार कार्ड वैध पाए गए हैं। इसके अलावा 66 दुकानों से औसतन दो बार ट्रांजेक्शन हुए हैं। इनके डाटा का अध्ययन किया जा रहा है।

-----

जिन कोटेदारों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। उनकी दुकानें नजदीक की दूसरी दुकानों से संबद्ध कर दी गई हैं। इस महीने का अनाज संबद्ध दुकानों से वितरित कराया जाएगा।

-सीमा त्रिपाठी, डीएसओ


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.