बरेली में 15 दिनों में 163 पॉजिटिव, संक्रमण दर तीन गुना
बिना जंग जीते हमारी बेफिक्री ने कोविड संक्रमण को पलटवार का मौका दे दिया। आज हालात ये हैं कि संक्रमण एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है।
बरेली, जेएनएन: 25 मार्च 2020..। आम सी दिखने वाली यह तारीख इतिहास में दर्ज हो चुकी है। वजह, कोरोना संक्रमण को काबू करने के लिए केंद्र सरकार ने इसी दिन लॉकडाउन की घोषणा की थी। कुछ दिनों तक लोगों ने काफी सतर्कता बरती। बढ़ती जांच और एहतियात के चलते कोरोना संक्रमण तेजी से काबू में आ रहा था, लेकिन बिना जंग जीते हमारी बेफिक्री ने कोविड संक्रमण को पलटवार का मौका दे दिया। आज हालात ये हैं कि संक्रमण एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है।
पिछले 15 दिनों में 28,925 सैंपलों की जांच में 163 कोरोना पॉजिटिव सामने आ चुके हैं। वहीं, कांटेक्ट ट्रेसिग में 4,954 लोग सामने आए हैं। संक्रमण दर भी पिछले महीने के मुकाबले लगभग तीन गुना बढ़ चुकी है। जिले के इस हाल में पहुंचने की प्रमुख रूप से दो वजह रहीं, जिसने कोरोना को एक बार फिर चुनौती के रूप में खड़ा कर दिया है।
पहली वजह
सब सोचते हैं कि उन्हें कोरोना नहीं हो सकता
जिले में कोरोना संक्रमण दोबारा फैलने की एक बड़ी वजह हमारे और आपके बीच ही है। मास्क न लगाने या शारीरिक दूरी का पालन न करने वाले अधिकांश लोग कहते हैं कि कोरोना संक्रमण पहले हो चुका है, इसलिए अब दोबारा नहीं होगा।
जवाब: एक्सपर्ट बताते हैं कि जो लोग कोरोना संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं, उनके अंदर इम्युनिटी दो से तीन महीने तक ही रहती है। ऐसे में ये सोचना पूरी तरह गलत है कि उन्हें दोबारा संक्रमण नहीं हो सकता। उल्टा, संक्रमित लोग दोबारा वायरस की चपेट में आए तो उनका स्वस्थ होना काफी मुश्किल होगा, क्योंकि शरीर अंदर से काफी कमजोर रहता है।
दूसरी वजह
वैक्सीनेशन करा चुके हैं, अब कोरोना से क्या डरना
जिले में एक बड़ा तबका ऐसा भी है, जिनका कोविड वैक्सीनेशन हो चुका है। अधिकांश का मानना है कि टीकाकरण के बाद उनमें वायरस के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) विकसित हो चुकी है। अब उन्हें संक्रमण नहीं हो सकता।
जवाब: शोध में यह पुष्ट हो चुका है कि कोविड वायरस के खिलाफ वर्तमान में मौजूद वैक्सीन सीमित समय के लिए ही कारगर हैं। वो भी तब जबकि वैक्सीन के असर की साइकिल पूरी हो जाए। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया करीब तीन महीने में पूरी होती है। ऐसे में प्रतिरोधक क्षमता विकसित होने में इतना समय तो लगेगा ही।
यूं बढ़ रहा संक्रमण
फरवरी में जहां कोरोना संक्रमण इकाई के अंक तक सीमित रहा। वहीं, मार्च में दहाई में पहुंच गया। महज दो या तीन दिन ही 10 से कम संक्रमित मिले।
तिथि संक्रमितों की संख्या
15 मार्च : 12
16 मार्च : 22
17 मार्च : 14
18 मार्च : 24
19 मार्च : 19
20 मार्च : 11
21 मार्च : 13
22 मार्च : 12
23 मार्च : 13
24 मार्च : दस दिनों में यूं घटा वैक्सीनेशन
एक समय जिले में कोविड वैक्सीनेशन 90 फीसद तक पहुंच गया था, लेकिन मार्च में इसका आंकड़ा तेजी से गिरा। पिछले कुछ दिनों का रिकार्ड देखें तो लक्ष्य के सापेक्ष वैक्सीनेशन की दर 50 फीसद से भी कम रही।
15 मार्च : 24.39 फीसद
16 मार्च : 36.96 फीसद
17 मार्च : 29.48 फीसद
18 मार्च : 38.83 फीसद
19 मार्च : 38.81 फीसद
20 मार्च : 27.13 फीसद
22 मार्च : 42.77 फीसद
23 मार्च : 21.53 फीसद
24 मार्च : जिले में अब तक कोरोना की स्थिति
6,31,262 सैंपल लिए गए
14,907 संक्रमित मिले
14,586 संक्रमित स्वस्थ्य हुए
98 फीसद रही रिकवरी रेट
155 सक्रिय संक्रमित मंगलवार रात तक
79 कंटेनमेंट जोन अब तक जिले में बनाए गए याद रखें, जरूरी हैं सुरक्षा के पांच कदम
- घर से निकलें तो मास्क जरूर लगाए रखें।
- शारीरिक दूरी का पालन करें।
- खांसते या छींकते समय मुंह और नाक ढककर रखें।
- बाहर से घर आने के बाद पहले हाथ और फिर मुंह साबुन से जरूर धोएं।
- बीमार लोगों के सीधे संपर्क में आने से बचें। वर्जन
कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही जिले में सर्विलांस टीम को और ज्यादा सक्रिय कर दिया है। एयरपोर्ट, सड़क मार्ग और ट्रेनों से आने वाले लोगों को ट्रेस किया जा रहा है। पहले से रिपोर्ट न होने पर कोविड टेस्ट कराया जा रहा है।
- डॉ.रंजन गौतम, जिला सर्विलांस अधिकारी