पांच बीडीओ चला रहे 15 ब्लाक, विकास कार्य हो रहे प्रभावित
अफसरों की कमी से जिले में विकास कार्यों को गति देने वाला महकमा बेहाल है। स्थिति यह है कि 15 विकास खंड वाले जिले में मात्र पांच खंड विकास अधिकारी हैं। एक-एक बीडीओ के जिम्मे दो-दो विकास खंड हैं। इससे ग्राम्य विकास से संबंधित कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
बरेली, जेएनएन: अफसरों की कमी से जिले में विकास कार्यों को गति देने वाला महकमा बेहाल है। स्थिति यह है कि 15 विकास खंड वाले जिले में मात्र पांच खंड विकास अधिकारी हैं। एक-एक बीडीओ के जिम्मे दो-दो विकास खंड हैं। इससे ग्राम्य विकास से संबंधित कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
कुल 15 विकास खंड में सिर्फ पांच खंड विकास अधिकारी ही तैनात हैं। बीडीओ की कमी के चलते डीडीओ से लेकर पीडी डीआरडीए, जिला उद्यान अधिकारी समेत कई जिला स्तरीय अधिकारी भी ब्लाकों का चार्ज संभाल रहे हैं। बताया जाता है वर्कलोड अधिक होने की वजह से तमाम अफसर तो अपने मूल विभाग का कार्य भी नहीं निपटा पा रहे। फरीदपुर विकास खंड में भी बीडीओ का पद कई दिनों से खाली पड़ा था। इससे दो दिन पहले युवा कल्याण विभाग के उपनिदेशक विवेक श्रीवास्तव को फरीदपुर का चार्ज दे दिया गया है। दो महीने पूर्व तो मात्र चार खंड विकास अधिकारी ही सभी विकास खंडों की जिम्मेदारी निभा रहे थे। इन अधिकारियों के जिम्मे विभागीय ग्राम्य विकास, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना, राष्ट्रीय आजीविका मिशन मुख्य रूप से है। विधवा पेंशन, वृद्धा पेंशन व दिव्यांग पेंशन के लाभार्थियों के सत्यापन का कार्य ब्लाक कर्मियों के माध्यम से होता है जिसकी जवाबदेही बीडीओ की होती है। ऐसे में पांच बीडीओ विभागीय कार्य देखें या फिर सत्यापन का कार्य। जिले में खंड विकास अधिकारियों की संख्या बहुत कम है। इसके चलते संबद्धीकरण कर किसी तरह काम चलाया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट व पदों की डिमांड शासन को पूर्व में भेजी जा चुकी है।
चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी