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जमानत पर छूटे धंतिया के 14 साइबर ठग, फिर शुरू हुआ खेल

चर्चा है कि इनमें से कई आरोपितों ने जेल से छूटते ही दर्जनों खातों से मोटी रकम निकाली है। इस दौरान सीबीगंंज के एक एटीएम से रोजाना मोटी रकम निकाली जा रही है। स्थानीय पुलिस को उनके छूटने की भनक तक नहीं है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 04:48 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 04:48 PM (IST)
पुलिस की लापरवाही से ठगों को जल्द मिली जमानत

बरेली, जेएनएन। धंतिया गांव से गिरफ्तार 14 साइबर ठगों को आखिरकार हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। जिला न्यायालय ने सभी की जमानत आठ सितंबर को खारिज कर दी थी। जेल से जमानत पर छूटे सभी आरोपित अब घर पहुुंच चुके है। चर्चा है कि इनमें से कई आरोपितों ने जेल से छूटते ही दर्जनों खातों से मोटी रकम निकाली है। इस दौरान सीबीगंंज के एक एटीएम से रोजाना मोटी रकम निकाली जा रही है। स्थानीय पुलिस को उनके छूटने की भनक तक नहीं है। उनकी निगरानी भी नहीं की जा रही है। जिससे एक बार फिर ठगी का धंधा जोर पकडऩे की बात कही जा रही है। 

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साइबर ठगी के मामलों को लेकर फतेहगंज पश्चिमी का धंतिया गांव देश भर में अपनी पहचान बना चुका है। पहले भी दिल्ली पुलिस और दिल्ली क्राइम ब्रांच कई आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। 21 जुलाई को एसपी अभिषेक वर्मा ने टीम के साथ गांव में दबिश देकर बड़े रैकेट का राजफाश कर जमशेद समेत 14 ठगों को गिरफ्तार किया था। 14 नवंबर को नोएडा पुलिस ने बरेली के दो ठगों को गिरफ्तार किया तो फिर धंतिया गांव का नाम जुड़ा। रविवार को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने दबिश देकर गांव के तीन युवकों को उठाया, लेकिन आरोप है कि सभी से साठ-गांठ कर छोड़ दिया। इंस्पेक्टर इज्जतनगर केके वर्मा ने बताया क‍ि आरोपितों की जमानत हो चुकी है। दो वाहन भी छूट गए हैं। मामले की जांच पहले बिथरी पुलिस कर रही थी, अब क्राइम ब्रांच कर रही है।

10 दिन के अंतराल में सभी को मिली जमानत 

जेल जाने के बाद स्थानीय कोर्ट से सभी की जमानत आठ सितंबर को खारिज हो गई थी। जिसके बाद सभी ने हाईकोर्ट की शरण ली थी। करीब 10 दिन पहले रफीक की जमानत हुई। उसके बाद जेल में बंद जमशेद ताहिर, साजिद, राशिद, आरिफ, आमिर, नासिर, वारिस, अफजाल, कैफ खां, जाहिद खां युसूफ समेत सभी को जमानत मिल गई।

पुलिस और क्राइम ब्रांच पर उठ रहे सवाल

धंतिया मामले में पुलिस और क्राइम ब्रांच की पड़ताल पर सवाल खड़े हो गए हैं। बताया जा रहा है कि पड़ताल के दौरान बड़े पैमाने पर खातों की बात सामने आई थी, लेकिन सांठ-गांठ के चलते पुलिस ने उनको सीज नहीं किया। जेल से छूटते ही कई आरोपितों ने दर्जनों खातों से मोटी रकम निकाली। इस दौरान कुछ ने इन रुपयों से प्रापर्टी भी खरीदी है।

थाने से दो लग्जरी वाहन भी छूटे

पुलिस ने धंतिया के साइबर ठगों की गिरफ्तारी के दौरान मर्सडीज समेत आधा दर्जन वाहन भी जब्त कर सीज किए थे। जिसमें से दो ठगों ने अपने वाहन भी कोर्ट के आदेश पर छुड़ा लिए।


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