बरेली विकास प्राधिकरण हुआ मालामाल,32 भूखंडों की लॉटरी प्रक्रिया से मिले 11 करोड़ रुपये
बरेली विकास प्राधिकरण की रामगंगा आवासीय योजना में व्यावसायिक भूखंडों के लिए ड्रा किया गया। 32 संपत्तियों के लिए 70 आवेदन आए। बीडीए उपाध्यक्ष की मौजूदगी में एक-एक करके जिन लोगों के नाम घोषित होते जा रहे थे। छह घंटे चली लॉटरी प्रक्रिया में भूखंड के नंबर जारी किए गए।
बरेली, जेएनएन। जब से बरेली विकास प्राधिकरण की कमान वीसी जोगिंदर सिंह के हाथ में आई है तब से बीडीए का खजाना दिन दूना रात चौगुना बढ़ रहा है। दरअसल वीसी जोगिंदर सिंह ने न सिर्फ शहर में बनी अवैध कालोनियों में बुलडोजर चलाया बल्कि कई रसूखदारों की अवैध बिल्डिंगों को भी सील कर दिया। इसकी वजह से न सिर्फ लोगों ने जुर्माना भरा बल्कि अवैध इमारतें खड़ी करने वालों में एक डर भी समाया हुआ है कि अगर वह अवैध बिल्डिंग बनाएंगे तो बीडीए का बुलडोजर उस पर भी चल सकता है।
इसके साथ जो योजनाएं अब तक अधूरी पड़ी थी। उनको भी गति प्रदान की। यही वजह है कि रामगंगा आवासीय योजना में अब लोग भूखंड ले रहे हैं जिससे बीडीए का खजाना भी भर रहा है।बरेली विकास प्राधिकरण की रामगंगा आवासीय योजना में व्यावसायिक भूखंडों के लिए ड्रा किया है। 32 संपत्तियों के लिए 70 आवेदन आए। बीडीए उपाध्यक्ष की मौजूदगी में एक-एक करके जिन लोगों के नाम घोषित होते जा रहे थे। छह घंटे चली लॉटरी प्रक्रिया में भूखंड के नंबर जारी किए गए। प्राधिकरण सेक्टर दो में गेट बंद कॉलोनी विकसित की जा रही है। लोग इसमें रूचि दिखा रहे हैं।
रामगंगा आवासीय योजना के तहत सेक्टर दो और तीन के 30 वर्ग मीटर से लेकर 150 वर्ग मीटर तक के व्यावसायिक भूखंडों की नीलामी प्रक्रिया लॉटरी सिस्टम के तहत गुरूवार को पूरी हुई। बीडीए उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह के मुताबिक 32 व्यावसायिक भूखंडों की नीलामी प्रक्रिया में करीब 70 से ज्यादा लोगों ने पंजीकरण कराया था। 32 भूखंडों के आवंटन से प्राधिकरण को 1100 लाख रुपये की आमदनी हुई है। सम्पत्तियों की निर्धारित दरों में लगभग 140 प्रतिशत की वृद्धि होकर नीलामी दरें प्राप्त हुई हैं।