बरेली के मीरगंज और बिथरी में बुखार से 11 लोगों की मौत
ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना की दस्तक तेज हो गई है। बरेली के अलग-अलग इलाकों में पिछले कुछ ही दिनों में 11 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से मीरगंज में ही बुखार से छह और बिथरी क्षेत्र में पिछले पांच दिनों में पांच मौत हुई है।
बरेली, जेएनएन: ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना की दस्तक तेज हो गई है। बरेली के अलग-अलग इलाकों में पिछले कुछ ही दिनों में 11 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से मीरगंज में ही बुखार से छह और बिथरी क्षेत्र में पिछले पांच दिनों में पांच मौत हुई है। मीरगंज में इन छह लोगों की मौत
संस, मीरगंज : गांव नगरिया जाटान के शाहिद नबी (30) रेलवे कर्मचारी थे। उनको कई दिनों से बुखार आ रहा था। तबीयत खराब होने पर वह मीरगंज के डाक्टरों से दवा लेते रहे। हालत में सुधार नहीं हुआ तो स्वजन उन्हें बरेली के एक अस्पताल में ले गए। मंगलवार को उनकी मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि उनके पिता रेलवे कर्मचारी थे। पिता के बीआरएस लेने पर शाहिद नबी को रेलवे में नौकरी मिली थी। वहीं, गांव गोरा लोकनाथपुर के साबिर हुसैन को गत दिनों बुखार आया था। मंगलवार रात उन्हें सांस लेने में परेशानी हुई। बुधवार सुबह उनकी गांव में मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया बुखार होने पर उन्होंने गांव के डाक्टर से इलाज कराया था। उनकी कोविड जांच नहीं हुई थी। हुरहुरी निवासीजयपाल की बुधवार को हालत बिगड़ गई। स्वजन उन्हें इलाज के लिए बरेली ले गए। कई अस्पतालों के चक्कर लगाए मगर उन्हें भर्ती नहीं किया गया। उनकी मौत हो गई। कस्बा निवासी संजीव कुमार को मंगलवार को बुखार आया। उन्होंने चिकित्सक से बुखार की दवा ली। रात में आक्सीजन की कमी से सांस लेने में दिक्कत होने लगी। बुधवार को स्वजन उन्हें कस्बा के एक अस्पताल ले गए। चिकित्सक ने उनको बरेली ले जाने को कहा। हालत खराब होने पर स्वजन उन्हें घर ले गए। दोपहर में संजीव की मौत हो गई। गांव मनकरा में एक युवक को कुछ दिन पहले बुखार आया। बुधवार को उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी। रात में उनकी मौत हो गई। मुहल्ला मालीपुरा में एक वृद्धा की बुधवार को मौत हो गई। वह बीमार थीं।
-------------------
पांच दिन में बुखार से पांच मौतें
संसू, बिथरी चैनपुर : बिथरी में बुखार से पांच दिन में गांव के छोटे अंसारी (70) ,बन्ने शाह , रामदेई (45), जसोदा देवी (35) व रूबी (24) की मौत हो गई। हालांकि, इनमें से किसी ने कोविड जांच नहीं कराई थी। कपिल पटेल ने बताया कि गांव में सैनिटाइजेशन के लिए एडीओ पंचायत के लिए लिखा गया है, मगर अभी तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है।