कार्यालय में सभी को बुलाए जाने पर कर्मचारियों में आक्रोश
शासन का निर्देश है कि सरकारी कार्यालयों में 33 फीसद ही कर्मचारी काम करने के लिए प्रतिदिन बुलाए जाएं
बाराबंकी : शासन का निर्देश है कि सरकारी कार्यालयों में 33 फीसद ही कर्मचारी काम करने के लिए प्रतिदिन बुलाए जाएं, इसके लिए अधिकारी रोस्टर बनाएं। इसके बावजूद विकास भवन के शत-प्रतिशत कर्मचारियों को बुलाया जाने लगा है। इसका विरोध जताते हुए कर्मचारी संघ ने सीडीओ को संबोधित ज्ञापन डीडीओ को सौंपा है।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हसीब अहमद, विकास भवन कर्मचारी परिषद अध्यक्ष मुस्तफा खान, महामंत्री गौरव वर्मा ने जिला विकास अधिकारी केके सिंह को पत्र देकर शत-प्रतिशत कर्मचारियों के बुलाए जाने पर विरोध जताया है। मांग की है कि कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है, ऐसे में शत-प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति होती है तो शरीरिक दूरी का पालन नहीं हो सकता है, क्योंकि कार्यालयों में इतनी जगह नहीं है कि सभी कर्मचारी एक मीटर की दूरी बनाते हुए काम कर सके। ऐसे में खतरा बढ़ गया है। जबकि विकास भवन को सैनिटाइज नहीं कराया गया है। यहां स्क्रीनिग की व्यवस्था नहीं है। मास्क का प्रबंध नहीं है। भवन के आसपास ब्लीचिग पाउडर का छिड़काव नहीं किया गया है। यह व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने की मांग की है।