सरयू में पानी घटने के बाद भी कम नहीं हो रहीं मुश्किलें
आवागमन के रास्ते कटने से हो रही परेशानी नदी में कट रही खेती व आबादी की जमीनें
बाराबंकी : सरयू नदी में बाढ़ का पानी घटने के बाद भी मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। गांवों के आवागमन के रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई गांवों में पानी अभी भी भरा है तो अधिकांश गांवों में भरा पानी नदी की ओर वापस हो रहा है। बुधवार को जलस्तर खतरे के निशान 106.070 मीटर के सापेक्ष 105.496 मीटर रहा। गुरुवार तक जलस्तर और घटने का अनुमान है।
सिरौलीगौसपुर तहसील के ग्राम तेलवारी में बुधवार को भी जगत का घर नदी में कट गया। इससे पहले इस गांव में छह लोगों के घर तथा अन्य ग्रामीणों की जमीनें कट चुकी हैं। चौकीदार राम निहारे ने बताया कि तेलवारी गांव को जाने वाली सड़क जो पुलिया के निकट कट गई थी उस स्थान को पाट कर आवागमन सुचारू कर दिया गया है। बारिश होने के कारण तटबंध पर चलना मुश्किल हो जाता है। गोबरहा में भी कटान हो रही है।
सूरतगंज : सूरतगंज-हेतमापुर संपर्क मार्ग पर तटबंध के निकट पुलिया के पास सड़क कटकर बह गई है। पुलिया का सिर्फ पाइप दिखाई दे रहा है। ऐसे में एक दर्जन गांवों आवागमन बाधित है। लोग इसके कारण नाव से आवागमन करने को विवश हैं। तटबंध के निकट सुंदरनगर गांव में अभी तक पानी भरा है। नदी कोड़री गांव के खेतों को काटकर अपनी आगोश में ले रही है। तटबंध पर अभी भी अधिकांश परिवार ठहरे हैं क्योंकि गांवों में पानी घटने के बाद कीचड़ है। कीचड़ के चलते गंदगी से संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।
बाढ़ पीड़ितों को बांटी राशन किट
सिरौलीगौसपुर : तहसील क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित परिवारों को एक एनजीओ ने राशन किट बांटी। बुधवार को चैतन्य वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष ओम सिंह के ने बाढ़ प्रभावित गांव सनावां, कहारनपुरवा, टेपरा बघौलीपुरवा एवं बंधे पर रह रहे लोगों को चावल, आटा, दाल व ब्रेड का वितरण किया। फाउंडेशन की अध्यक्ष ने बताया कि बाढ़ प्रभावित लोगों तक राहत पहुंचना उनका मुख्य उद्देश्य है। जो बराबर लोगों तक पहुंच रहा है। उनके साथ राजकुमार यादव, इलियास, वासिर रजा, इरफान एवं अन्य लोगों के सहयोग से वितरण चलाया जा रहा है।