खतरे के निशान से आधा मीटर ऊपर पहुंचा सरयू का जलस्तर
सिरौलीगौसपुर तहसील के तटवर्ती गांवों के 132 परिवारों ने तटबंधों पर लिया आसरा
बाराबंकी : सरयू नदी (घाघरा) का जलस्तर खतरे के निशान से आधा मीटर ऊपर पहुंच गया है। इससे तटवर्ती गांवों के दो दर्जन से ज्यादा गांव प्रभावित हैं। गांवों के रास्तों पर पानी भरने से आवागमन बंद हो गया है। तहसील सिरौलीगौसपुर क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों के 132 परिवारों को अलीनगर-रानीमऊ व एल्गिनब्रिज-चरसड़ी तटबंध पर आसरा लिया है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोबरहा के भवन में भी पानी भर गया।
बुधवार की शाम छह बजे जलस्तर खतरे के निशान 106.070 मीटर के सापेक्ष 106.576 मीटर तक पहुंच गया। बारिश होने के कारण जलस्तर और बढ़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
सिरौलीगौसपुर तहसील के सनावां, कहारनपुरवा, टेपरा के ग्रामीणों को अलीनगर-रानीमऊ व बेहटा, रायपुर मांझा के बाढ़ प्रभावित परिवारों को एल्गिनब्रिज-चरसड़ी तटबंध पर पहुंचाया गया है। तहसीलदार सिरौलीगौसपुर अखिलेश सिंह ने बुधवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का भ्रमण किया। उन्होंने बताया कि बाढ़ के ²ष्टिगत तटवर्ती गांवों के लोगों को तटबंध पर पहुंचाया गया है।
रामनगर तहसील क्षेत्र में नामीपुर सिरौली गांव की पुलिया के निकट बधई पुरवा जाने वाली सड़क तेज बहाव के चलते कट रही है। इससे ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कत हो रही है। कोरिनपुरवा मजरे तपेसिपाह, जैनपुरवा, मल्हानपुरवा, सिसौड़ा, लहडरा, ऐमा व हरिनारायणपुर में बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। खेतों में फसलें डूब गई हैं। हरिवंश, मंशा व मंगरे आदि के खेत नदी में कट रहे हैं।
गोप ने देखा बाढ़ प्रभावित गांव का हाल : सपा नेता पूर्व मंत्री अरविद कुमार सिंह गोप ने बुधवार को रामनगर क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित ग्राम कोरिनपुरवा का भ्रमण किया। उन्होंने ग्रामीणों से बाढ़ से होने वाली समस्याएं जानीं। हरिवंश, दाता, मंशा व रमेश आदि ग्रामीणों को समस्याओं के निदान का आश्वासन भी दिया। तहसीलदार रामदेव निषाद ने भी निरीक्षण कर कोरिन पुरवा व अन्य गांवों का हाल जाना। वहीं, सूरतगंज ब्लॉक के ग्राम बाढ़ प्रभावित ग्राम कचनापुर, बेलहरी, सुंदरनगर, कोड़री ललपुरवा मजरे बतनेरा गांव का एसडीएम रामनगर आनंद वर्धन ने निरीक्षण किया। सुंदरनगर तटबंध पर 100 लोगों को तिरपाल वितरित किए। बाढ़ प्रभावित 335 परिवारों को खाद्यान्न वितरित कराने की बात कही।