जलस्तर घटा, पर तटवर्ती गांवों में कटान का खतरा बढ़ा
घाघरा खतरे के निशान 106.070 मीटर के सापेक्ष 105.266 मीटर पर
बाराबंकी : सरयू नदी का जलस्तर धीरे-धीरे घट रहा है। रविवार की शाम चार बजे तक जलस्तर खतरे के निशान 106.070 मीटर के सापेक्ष 105.266 मीटर रहा। जलस्तर घटने के साथ ही तटवर्ती गांवों में कटान होने का खतरा बढ़ गया है। अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस रहा। जिले में रविवार की सुबह धूप निकली। दोपहर में कहीं-कहीं बादल छाए रहे। शहर में दोपहर 12 बजे के करीब बारिश भी हुई।
गणेशपुर : सरयू नदी की बाढ़ का पानी तराई क्षेत्र के गांवों में भर जाने से ग्रामीणों को दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं। जलस्तर घटने से तहसील रामनगर के कोरिनपुरवा में कटान होने की स्थिति बन जाती है। कोरिनपुरवा गांव के मंशाराम, राकेश कुमार, दाताराम, मंगरी, राजेंद्र प्रसाद, कलावती, रामजी लाल, क्षितिज राम, सुरेश, अर्जुन, सुनील के घर सरयू की लहरों में समा गए हैं। इनमें कुछ लोग तटबंध पर तिरपाल तानकर रह रहे हैं। वहीं कुछ लोग गांव के बाहर सुरक्षित स्थान पर झोपड़ी बनाकर गुजर बसर कर रहे हैं। बाढ़ का पानी घटने के बाद अब रास्ते पर कीचड़ व गंदगी है। बुधईपुरवा गांव से भी बाढ़ का पानी निकल गया है। कहीं-कहीं पानी भरा होने से अधिकांश लोग नाव से बंधे तक आते-जाते हैं। गांव लहड़रा, मड़ना, ऐमा, हरीनारायणपुर, लोहटीपसई, मीतपुर, गोबरहा में बाढ़ का पानी भर गया था। पानी निकलने के बाद कीचड़ गंदगी से संक्रामक रोग फैलने की संभावना बन गई है। गांवों में किसी भी दवा का छिड़काव नहीं कराया गया है।
थोड़ी सी बारिश में जलभराव : शहर में दोपहर 12 बजे के करीब थोड़ी सी बारिश हुई, पर बारिश के बाद उमस बढ़ गई। उमस से लोग बेहाल रहे। थोड़ी सी बारिश में भी शहर के मुहल्ला पैसार, कृष्णानगर, बड़ेल, आवास विकास में जलभराव हो गया।