फर्जी निकली लूट, वादी सहित दो को जेल
70 लाख के जेवरात और पांच लाख नकद बरामद एक लखनऊ के सराय माली व दूसरा रायबरेली के गुरुबक्शगंज के ग्राम पूरे का रहने वाला
बाराबंकी : अयोध्या हाईवे पर एक सप्ताह पहले हुई लूट फर्जी निकली। वादी सराफ ने व्यापार में आ रहे घाटे की भरपाई के लिए दो व्यापारियों का सोना और जेवरात हड़पने के लिए एक साथी के साथ वारदात की फर्जी कहानी गढ़ी थी। पुलिस ने राजफाश करते हुए वादी और उसके साथी को जालसाजी के आरोप में जेल भेज दिया है। एसपी ने टीम को 25 हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है।
पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने बताया कि लखनऊ के चौक थाना के सराय माली निवासी सराफ समीर खान ने 12 जनवरी की रात में लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर हैदरगढ़ ओवरब्रिज के पास सोना व नकदी लूटे जाने मुकदमा दर्ज कराया था। राजफाश के लिए एएसपी पूर्णेंदु सिंह के नेतृत्व में तीन टीमें जांच कर रही थीं। शुरुआत से ही वह संदेह के घेरे में था। पुलिस ने साक्ष्यों को एकत्र कर 19 जनवरी को समीर खान से गहन पूछताछ की तो उसने पूरी कहानी बता दी। साजिश में शामिल रायबरेली के गुरुबक्शगंज थाना के ग्राम पूरे यदुनाथ सिंह के अजीत यादव को पकड़कर उसके पास से पांच लाख, 17 हजार रुपये और एक किलो, 416 ग्राम सोना बरामद किया। सोने की कीमत करीब 70 लाख रुपये बताई जा रही है। राजफाश के बाद पुलिस ने आरोपित की कार को भी सीज कर दिया है।
घाटे की भरपाई के लिए रची साजिश
समीर ने बताया कि उसने अमित सोनी और जेवरात के कारीगर मोनीरुल इस्लाम के सोने व जेवर को हड़पने के लिए अजीत के साथ मिलकर साजिश रची थी। इसके तहत उसने अमित सोनी व मोनीरुल इस्लाम से जेवरात बनवाने के लिए सोना लिया था। उसने ऐसा कारोबार में हो रहे घाटे की भरपाई के लिए किया था। पुलिस ने अमित और मोनीरुल इस्लाम की तहरीर पर जालसाजी और अमानत में खयानत की धारा में दो मुकदमे लिखे हैं।