तीन लाख के बजाय पांच लाख में बना दिए शौचालय, जांच के आदेश
चित्र-25बीआरके-07 -शासन से थर्ड पार्टी करेगी जांच -जिले में बनने हैं 1166 सामुदायिक श
चित्र-25बीआरके-07 -शासन से थर्ड पार्टी करेगी जांच
-जिले में बनने हैं 1166 सामुदायिक शौचालय
संवादसूत्र, बाराबंकी : हर ग्राम पंचायत की ओर से एक-एक सामुदायिक शौचालय बनाया जा रहा है। आदेश था कि तीन लाख रुपये की लागत से शौचालय बनाया जाए, लेकिन सामुदायिक शौचालयों को और अच्छा बनाने के लिए करीब पांच लाख रुपये में खर्च कर दिए गए हैं। अब उसकी गुणवत्ता की जांच थर्ड पार्टी करेगी, जिसके आदेश अपर मुख्य सचिव ने किया है।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण चरण द्वितीय में सामुदायिक शौचालय बनाए जा रहे हैं। जिले में 1166 ग्राम पंचायतें हैं, हर ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय बनाए जाने हैं। करीब 900 ग्राम पंचायतों में यह कार्य शुरू भी हो गया है। इन शौचालयों की जिम्मेदारी महिलाओं को दी जाने लगी हैं, छह हजार रुपये मानदेय भी दिया जाएगा। चूंकि निर्माण कार्य में लागत अधिक है तो केंद्र सरकार इसकी जांच थर्ड पार्टी से कराएगी। टीम परखेगी कि शौचालय की गुणवत्ता क्या है, रख-रखाव और उसकी उपयोगिता पर अधिक फोकस रहेगा। किन महिलाओं को जिम्मेदारी दी गई है।
200 मॉडल शौचालयों का निर्माण पूरा : जिले में 1166 ग्राम पंचायतों में एक-एक मॉडल शौचालय बनाए जा रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन, 15वां वित्त, राज्य वित्त आयोग और मनरेगा के तहत जिले में 200 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय निर्माण पूरा कर लिया गया है। 147 पूर्ण होने के करीब हैं, 366 लगभग 50 फीसद निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। शौचालय की लागत चार लाख 99 हजार रुपये की है। चंदवारा ग्राम पंचायत में प्रधान प्रकाशिनी जायसवाल ने बेहतर शौचालय निर्मित कराया है।
यह दी जा रही सुविधा : जिला पंचायत राज अधिकारी रणविजय सिंह ने बताया कि सामुदायिक शौचालय में पुरुष-महिला के लिए अलग-अलग शौचालय बने हैं। हैंडवॉश सेंटर, स्नानागार, पानी की टंकी बनाया गया है। चारों ओर रंगीन बल्ब और टाइल्स लगाए गए हैं। सामुदायिक शौचालयों की देखरेख के लिए ग्राम पंचायत निगरानी समिति की ओर से पांच सदस्यों को जिम्मेदारी दी गई है, जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं। सफाई से लेकर पानी, साबुन और ओडोनिल व सफाई के सभी संसाधन की भी व्यवस्था है।