Move to Jagran APP

..पर्चे के लिए दौड़ लगाते रहे प्रधानाध्यापक

7 ?? ???? ??? ??? ???????? ???????? ????? ??? ???? ??? ?? ???? ???? 210 ??????? ?? ??????? 1575 ????? ????? ??, ????? 1342 ????? ?? ???? ??? ???? ??????? ??.??? ???? ??? ?? ???? ???? ??? ????? ?????? ??? ?? ??????

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Oct 2018 11:51 PM (IST)Updated: Mon, 29 Oct 2018 11:51 PM (IST)
..पर्चे के लिए दौड़ लगाते रहे प्रधानाध्यापक
..पर्चे के लिए दौड़ लगाते रहे प्रधानाध्यापक

सुलतानपुर : बेसिक स्कूलों में अर्धवार्षिक परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हो रही हैं। महकमे का दावा है कि तैयारियां मुकम्मल हैं। सचल दस्ते परीक्षा की निगरानी करने के लिए गठित कर दिए गए हैं। कहा जा रहा है कि स्कूलों में उड़न दस्ते पहुंचेंगे और नकल किसी कीमत पर होने नहीं दी जाएगी। बाकायदा व्यवस्था में स्कूलों को अपेक्षित धनराशि का भी आवंटन कर दिया गया है। पर्चे और कॉपियां बच्चों को मिलेंगे। बावजूद इसके सरकारी दावे की हकीकत इससे जुदा है।

loksabha election banner

पर्चे न्याय पंचायत संसाधन केंद्रों पर रखे जा रहे हैं। सोमवार को सुबह से ही स्वयं प्रधानाध्यापक विद्यालय छोड़ पर्चों के बंडल लाने के लिए न्याय पंचायत केंद्रों की दौड़ लगाते रहे। जिले में पांचवीं कक्षा तक के प्राथमिक विद्यालयों की तादाद है 1737। जबकि छठीं से आठवीं कक्षा के उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं 613। इनमें विद्यार्थियों की संख्या दो लाख 32 हजार 43 है। सत्र की शुरुआत सीबीएसई की तर्ज पर पहली अप्रैल से ही हो गई।

ये है समय-सारिणी

पहले दिन पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चे ¨हदी एवं शारीरिक शिक्षा की परीक्षा देंगे। पहली पाली 9.30 से 11.30 व दूसरी पाली 12.30 से 2.30 बजे होगी। जबकि 31 को अंग्रेजी, संस्कृत, उर्दू, कला व संगीत की परीक्षाएं होंगी।

इस तरह होंगी परीक्षाएं

कक्षा एक में सिर्फ मौखिक परीक्षा होगी। जबकि कक्षा दो व तीन में लिखित व मौखिक परीक्षा का अधिभार 50-50 प्रतिशत होगा। चौथी व पांचवीं में लिखित व मौखिक परीक्षा का अधिभार 70 और 30 प्रतिशत होगा। छठीं, सातवीं व आठवीं में केवल लिखित परीक्षा होगी। प्राथमिक में कला, संगीत, शारीरिक शिक्षा, पर्यावरण अध्ययन, नैतिक शिक्षा व जूनियर हाईस्कूल में कला, संगीत, शारीरिक शिक्षा, पर्यावरण अध्ययन, स्काउट गाइड, पुस्तक कला आदि की परीक्षा प्रधानाध्यापक द्वारा अपने स्तर पर ली जाएगी।

नामांकन के सापेक्ष नहीं मिली धनराशि

छमाही की तैयारियों में कहीं न कहीं पोल भी है। प्रधानाध्यापकों का कहना है कि मौजूदा सत्र की छात्र संख्या के आधार पर धनराशि नहीं मिल पाई है। प्राशिसं के जिलामंत्री डॉ.एचबी ¨सह बताते हैं कि विद्यालय में 7.50 रुपये व उप्रावि में 15 रुपये प्रति छात्र की दर से राशि अपेक्षित थी। बावजूद इसके 175 बच्चों के सापेक्ष 147 का पैसा आया है। प्राशिसं प्रवक्ता निजाम खान कहते हैं कि उनके यहां 210 छात्रों के सापेक्ष 1575 रुपये मिलना था, लेकिन 1342 रुपया ही मिला है। जिला समन्वयक डॉ.शरद कहते हैं कि पूरक सूची में अवशेष धनराशि भेज दी जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.