सैनिकों ने खिलाया कमल, कर्मचारियों को भाई साइकिल
-लोक सभा चुनाव में सुरक्षा बलों ने पोस्ट बैलेट से भाजपा को दिए 260 वोट दिए। जबकि अन्य कर्मचारियों को गठबंधन ज्यादा भाया।
बाराबंकी :लोकसभा चुनाव में पोस्टल बैलेट पेपर से हुए मतदान में सेना व अन्य जवानों ने भाजपा का कमल खिलाया जबकि विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को गठबंधन प्रत्याशी भाया। इसको लेकर भाजपा के जीते प्रत्याशी उपेंद्र रावत बार-बार चर्चा करते रहे। उनका कमेंट था कि कर्मचारियों को भाजपा सरकार में काम करना पड़ता है शायद इसलिए पोस्टल बैलेट में कर्मचारियों ने उन्हें वोट नहीं दिए।
पोस्टल बैलेट दो तरह के थे। एक वह जो चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों ने डाले। कुल 704 में से 467 कर्मचारियों ने पोस्टल बैलेट से मतदान किया। इसमें से 273 वोट अवैध घोषित कर दिए गए क्योंकि पोस्टल बैलेट के साथ दिए गए प्रपत्र भरने में कई तरह की गलतियां की गईं थी। 194 वोट गिने गए जिसमें से 104 वोट सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी राम सागर रावत, भाजपा प्रत्याशी उपेंद्र रावत को 63 व कांग्रेस प्रत्याशी तनुज पुनिया को 21 वोट मिले। दूसरे पोस्टल बैलेट वोट इलेक्ट्रानिकली ट्रांसमीटेड पोस्टल बैलेट थे जिन्हें ऑन लाइन सेना, आरपीएफ व अन्य केंद्रीय सुरक्षा बलों को भेजा गया था। ऑन लाइन भेजे गए पोस्टल बैलेट का प्रिट आउट निकालकर सुरक्षा बलों ने वोट डाला और उसे भेजा था। ऐसे मतों के क्यूआर कोड की स्कैनिग के लिए छह कंप्यूटर लगाए गए थे लेकिन सर्वर ही नहीं चला जिसके चलते लिफाफे खोलकर मैनुअल तरीके से गणना की गई। इस गणना में कुल 423 मतों में 92 मत अवैध पाए गए। 260 मत भाजपा प्रत्याशी उपेंद्र सिंह रावत, 49 मत गठबंधन प्रत्याशी राम सागर रावत व 15 मत कांग्रेस प्रत्याशी तनुज पुनिया को मिले।