बहन की हत्याकर पांच माह बाद किया था अपहरण का मुकदमा
फतेहपुर में आठ माह पूर्व मिले हत्या कर फेंके गए महिला के शव प्रकरण में पुलिस ने शिनाख्त के बाद हत्यारोपित को गिरफ्तार कर लिया है। मामला ऑनर किलिग का होने के कारण परिवारजन शव की शिनाख्त से भी आनाकानी कर रहे थे।
बाराबंकी : फतेहपुर में आठ माह पूर्व मिले हत्या कर फेंके गए महिला के शव प्रकरण में पुलिस ने शिनाख्त के बाद हत्यारोपित को गिरफ्तार कर लिया है। मामला ऑनर किलिग का होने के कारण परिवारजन शव की शिनाख्त से भी आनाकानी कर रहे थे। न्यायालय में पेश किए गए आरोपित को जेल भेज दिया गया है। इस राजफाश के लिए टीम को 15 हजार रुपये पुरस्कार मिला है। एसपी जमुना प्रसाद ने बताया कि 15 जून 2020 को फतेहपुर के ग्राम गुडौली में नहर किनारे पिपरमेंट खेत में हत्याकर फेंका गया महिला का शव मिला था। शिनाख्त न होने पर गांव रेहान अली ने हत्या का मुकदमा कराया था। इस ब्लांड मर्डर में सर्विलांस की मदद से मिले क्लू के बाद पुलिस तार से तार जोड़ती गई और कोतवाली नगर सेनपुरवा में रहने वाले मृतका के हत्यारोपित भाई रंजीत को 13 फरवरी की भोर रामनगर रोड साढ़ेमऊ पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया। दरअसल रंजीत कुमार के गांव में कोतवाली के जसमंडा का राजमल रैदास काम करने आता था, जिससे रंजीत की बहन के संबंध हो गए। जानकारी पर राजमल को समझाया गया, लेकिन वह नहीं माना। 2018 में रंजीत व उसके परिवारजन ने राजमल व उसके पिता भल्लर पर आवेश में हमलाकर दिया। जिसमें भल्लर की मौत हुई और रंजीत, उसके पिता व भाई जेल गए थे। इस घटनाक्रम के बाद 2018 में ही युवती की शादी मोहम्मदपुरखाला के युवक से कराई गई, जहां उसके अपने देवर से संबंध हुए और राजमल से भी संपर्क में रही। मई 2020 में वह राजमल के साथ भाग गई। करीब नौ दिन लौटी, तो मायके में रहने लगी। युवती के चरित्र के कारण उसके बाबा सियाराम इतने दुखी थे कि उन्होंने परिवारजन से कहा कि बहुत बेईज्जती हो गई है इसको मार देना ही ठीक रहेगा।
जिसके बाद साजिशन 14 जून 2020 की रात रंजीत अपनी बहन का यह कहकर साथ ले गया कि वह उसे राजमल के पास छोड़ने के बहाने
बाइक से ले गया और उसकी हत्या कर दी। वहीं राजमल से बदला लेने के लिए आठ नवंबर 2020 में कोतवाली नगर में अपहरण व फिरौती का मुकदमा लिखा था।