सामूहिक विवाह में गूंजे मंत्र और पढ़ाया निकाह
बाराबंकी : सामूहिक विवाह समारोह में 154 वर-वधू सोमवार को परिणय बंधन में बंध गए। राजकीय इंटर कॉलेज के
बाराबंकी : सामूहिक विवाह समारोह में 154 वर-वधू सोमवार को परिणय बंधन में बंध गए। राजकीय इंटर कॉलेज के ऑडीटोरियम में शाहनाइयां और गायत्री मंत्रों के बीच 141 जोड़ों ने अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए। वहीं 13 मुस्लिम जोड़ों का निकाह पढ़ा गया। वर-वधुओं को समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने आशीर्वाद दिया।
हर नव युगल को उपहार स्वरूप 20 हजार रुपये की चेक और विवाह पंजीयन प्रमाण पत्र देकर विदा किया गया। मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री की दूरगामी सोच का परिणाम है कि इतनी कन्याओं का विवाह एक साथ हो रहा है। अब गरीब कन्याओं की शादी आर्थिक तंगी के कारण नहीं रुकेगी। सांसद प्रियंका ¨सह रावत, जिलाधिकारी उदयभानु त्रिपाठी, एसपी वीपी श्रीवास्तव, सीडीओ अंजनी कुमार ¨सह, विधायक शरद अवस्थ , सतीश शर्मा, उपेंद्र रावत, साकेंद्र प्रताप वर्मा, जिला समाज कल्याण अधिकारी विकास शिल्पी ¨सह, उद्घोषक आशीष पाठक आदि मौजूद रहे।
यह मिला उपहार
गरीब कन्याओं को दो साड़ी मिलीं। मोबाइल, डिनर सेट, प्रेशर कुकर पांच लीटर का। पायल एक सेट, बिछिया चार सेट दिया। विवाह पंजीयन प्रमाणपत्र पर वर-वधू की फोटो लगी थी। सामान उपलब्ध कराने में जेपी वर्मा, लवलेश कुमार, कमाल नसीर, सतीश यादव, ललित चौधरी, राममिलन, रामराज यादव आदि कर्मचारी मौजूद रहे।
बाल विवाह की रही चर्चा : हैदरगढ़ के पंडाल नंबर 33 में हो रही शादी में बाल-विवाह को लेकर अफरा-तफरी मच गई। अधिकारियों तक बात पहुंची तो वर-वधू के आधार कार्ड की जन्मतिथि देखी गई, जिसमें लगभग 22 वर्ष थी। परिवारीजन ही बता रहे थे कि लड़का वर्ष 2016 में कक्षा पांच पास किया है, बाद में शादी करा दी गई।