परिवहन निगम की बसों में ढोई जा रहीं क्षमता से अधिक सवारी
डग्गामारी पर शिकंजे से परिवहन निगम की बसों में बढ़ी यात्रियों की संख्या निगम की बसों पर नहीं हो रही कार्रवाई
बाराबंकी (निरंकार जायसवाल)
शासन का उद्देश्य है कि डग्गामारी बंद कर और परिवहन निगम की आमदनी बढ़ाई जाए। डग्गामारी पर शिकंजा कसा गया तो परिवहन निगम की बसों पर यात्रियों की संख्या एकाएक बढ़ गई। आलम यह है कि इन दिनों निगम की बसों में क्षमता से अधिक सवारियां ले जाई जा रही हैं, लेकिन इन पर कार्रवाई नहीं की जा रही। यात्रियों की संख्या को देखते हुए सिटी बसों का भी बाराबंकी तक अनधिकृत संचालन शुरू करा दिया गया।
डग्गामारी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान से शासन की मंशानुसार डिपो की आमदनी तो बढ़ी है। बाराबंकी डिपो की प्रतिदिन तीन से लेकर चार लाख रुपये की आमदनी बढ़ी है। 115 बसों में पहले 30 हजार यात्री प्रतिदिन सवारी करते थे, जोकि बढ़कर 42 हजार हो गई है। डग्गामार वाहनों पर शिकंजे के बाद यात्रियों के सामने परिवहन निगम की बसों का ही विकल्प रह गया है। ऐसे में बसों में क्षमता से अधिक सवारियां ले जाई जा रही हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि ओवरलोडिग पर जब सभी भार अथवा सवारी वाहनों पर कार्रवाई का प्रविधान है तो परिवहन निगम की बसों पर क्यों कार्रवाई नहीं की जा रही है।
कठघरे में परिवहन विभाग : डग्गामार वाहन हों अथवा ओवरलोड रोडवेज बस एआरटीओ के प्रवर्तन दल सभी पर कार्रवाई करता है। इसके तहत सवारी वाहन में प्रति यात्री पर एक हजार रुपये का जुर्माना व वाहन को सीज किया जाता है। ऐसे में निगम की बसों पर कार्रवाई न किया जाना परिवहन विभाग को कठघरे में खड़ा करता है।
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ओवरलोड चल रही बसों के बारे में सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक(एआरएम) को अवगत कराया जाएगा। ओवरलोडिग करने पर सभी वाहनों पर कार्रवाई का प्रविधान है। सुधार न होने पर निगम की बसों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
राहुल श्रीवास्तव, एआरटीओ प्रवर्तन, बाराबंकी
यात्रियों की संख्या बढ़ने के कारण, बसों पर यात्रियों की संख्या कुछ बढ़ी है। 20 नई बसों के लिए टेंडर किया गया है। जल्द ही बसों की संख्या बढ़ेगी, जिससे यात्रियों की संख्या सामान्य हो जाएगी।
आरएस वर्मा, एआरएम, बाराबंकी