पौधारोपण में दें फलदार, औषधीय और छायादार पौधों को वरीयता
बाराबंकी पौधे हमारा भविष्य है इसको रोपित करने में औपचारिकता न निभाएं। पर्यावरण को स्
बाराबंकी : पौधे हमारा भविष्य है, इसको रोपित करने में औपचारिकता न निभाएं। पर्यावरण को स्वस्थ करने वाले पौधे रोपित करें, जिससे हमारे साथ आने वाली पीढ़ी को भी इसका फायदा मिल सके। यही नहीं धनोपार्जन में भी यह पेड़ सहायक साबित होंगे। फलदार, औषधीय और छायादार पौधे हमारे साथ भी लाभांवित करेंगे और हमारे बाद भी।
लगाएं ही नहीं सुरक्षा की लें जिम्मेदारी
दरियाबाद के उदवतनगर निवासी दिनेश कुमार सिंह 500 से अधिक पेड़ लगा चुके हैं। जिसमें एक कलमी आम की बाग भी शामिल है। जो प्रति वर्ष इनके आय का स्त्रोत भी बनती है। इस वर्ष भी पौधारोपण कर रहे हैं और सैकड़ों पौधे रोपित करने की योजना है। वह कहते हैं कि पौधा लगाने से अधिक जरूरी उसकी सुरक्षा व देखरेख है। निरंतर देखरेख के कारण ही उनके रोपित 80 प्रतिशत पौधे जीवित बच जाते है। आम सहित अमरूद, जामुन, पीपल, नीम, बरगद भी लगाते हैं।
पीपल देता है 24 घंटे ऑक्सीजन
जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल पीजी कॉलेज में वनस्पति विज्ञान विषय असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. एसके वर्मा बताते हैं। पेड़ पर्यावरण को ऑक्सीजन देते हैं जिससे हम जीवित रहते हैं। पीपल एक मात्र पीपल ऐसा पेड़ है जो हमे 24 घंटे ऑक्सीजन देता है। खाली पड़े स्थान पर पीपल लगाएं। बोगन बिलिया नाम का पौधा होता है इसमें प्रूदूषण से लड़़ने की क्षमता बहुत अधिक होती है। सड़कों के बीच व फैक्ट्री के आसपास इसे रोपित करना चाहिए। हालांकि सभी पौधे पर्यावरण के लिए अच्छे होते हैं, लेकिन फलदार, औषधीय और छायादार पौधे दोहरे लाभ देते हैं।
तो पर्यावरण हमारा रखेगा ध्यान :
सतरिख के मानपुर राह निवासी धर्मेंद्र कुमार शुक्ला 15 वर्षों से पौधारोपण की मुहिम चल रखी है। पर्यावरण प्रेम के चलते वह स्वयं प्रतिवर्ष लोगों को पौधा वितरित करते हैं। पीपल, बरगद, नीम, आम, जामुन, कटहल के साथ सहजन के पौधे रोपित करते व कराते हैं। उनका कहना और मानना है कि हम पर्यावरण का ध्यान रखेंगे तो वह हमारे और आने वाली पीढि़यों का ध्यान रखेगा।