तटवर्ती गांवों में भरा पानी, मदद को मिली सिर्फ नाव
सरयू नदी का पानी बढ़ने से गांव छोड़ने को विवश हैं बाढ़ पीड़ित
बाराबंकी : सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान 106.070 मीटर के सापेक्ष मंगलवार की शाम 106.256 मीटर तक पहुंचा। इससे तटवर्ती कई गांवों में पानी भर गया है। बाढ़ पीड़ितों को प्रशासन की ओर से मदद के नाम पर सिर्फ नाव मुहैया कराई गई है।
सूरतगंज ब्लाक में हेतमापुर तटबंध के निकटवर्ती दो दर्जन से ज्यादा गांवों में बाढ़ से लोग परेशान हैं। गांव छोड़कर तटबंध व अन्य सुरक्षित स्थानों पर जाने को विवश हैं। बाढ़ के साथ बारिश से जनजीवन बेहाल हो गया है। प्रशासन की ओर से अभी तक सिर्फ गांव से बाहर निकलने के लिए नाव की ही व्यवस्था कराई जा सकी है, जबकि बाढ़ पीड़ित परिवारों के सामने दो वक्त की रोटी के साथ ही उनके पशुओं के लिए भूसा-चारे का भी संकट है।
रामनगर ब्लाक के ग्राम तपेसिपाह, कोरिनपुरवा, मल्लाहनपुरवा, परसादी पुरवा, सिसौड़ा, हरिनारायणपुर, ऐमा, लोहटी पसई, लहड़रा में भी पानी भर गया है। यहां के लोग तटबंध पर अपना ठिकाना बना रहे हैं। तपेसिपाह व मल्हानपुरवा में पूरब नदी गांव के खेतों को काट रही है। हालांकि एसडीएम राम नगर राजीव कुमार शुक्ल का कहना है कि इस समय उचित दर की दुकान से राशन मुफ्त में मिल दिया जा रहा है। राशन किटें बाढ़ पीड़ितों को वितरित किए जाने के लिए डिमांड जिला मुख्यालय भेजी गई है। तटबंध पर पहुंचने वालों क लिए तिरपाल व अन्य व्यवस्थाएं कराई जा रही हैं।
पलायन की तैयारी ग्रामीण
सूरतगंज : कोडरी गांव में रामलाल के परिवार की महिलाएं व बच्चे छप्पर के नीचे पानी में तख्त व चारपाई पर बैठे दिखे। बताया कि अभी पानी कम है। पानी बढ़ेगा तो तटबंध पर जाएंगे। इसी तरह सरसंडा, कचनापुर, बबुरी, हेतमापुर, क्योलीपुरवा, सरसंडा, जमका, खुज्जी, सुंदरनगर, बतनेरा, मदरहा, बबुरिहा में पानी भर गया। यहां के अधिकांश परिवार तटबंध पर पहुंच चुके हैं। लालपुरवा गांव के हरिप्रसाद ने बताया कि रात में अचानकघर में पानी भर गया। पशुओं के खिलाने के लिए भूसा भी भीग गया। गांव के ही शोभाराम ने बताया कि गांव में चारों तरफ पानी भरा होने से तटबंध पर परिवार के लिए तिरपाल लगाया है।