पंचायत चुनाव : आरक्षण से अब साफ होगी संवेदनशील मतदान केंद्रों की तस्वीर
आरक्षण की तस्वीर ग्राम पंचायतों में साफ हो चुकी है। एसडीएम थानाध्यक्ष सीओ और अन्य भ्लोग हैं।
बाराबंकी : आरक्षण की तस्वीर ग्राम पंचायतों में साफ हो चुकी है। एसडीएम, थानाध्यक्ष, सीओ और बीडीओ गांव-गांव जाकर संभावित प्रत्याशियों को लेकर संवेदनशील, अतिसंवेदनशील और अति संवेदनशील प्लस मतदान केंद्रों को चिन्हित करेंगे। यदि कोई संभावित प्रत्याशी अधिक प्रभावशील है तो वह केंद्र अति संवेदनशील प्लस होगा। इसमें अन्य तमाम बिदु लिए जाएंगे। ऐसे होगा संवेदनशील केंद्रों का निर्धारण : ऐसी पंचायत जहां ऐसा कोई प्रभावशाली व्यक्ति रहता है जोकि निर्वाचन प्रक्रिया में व्यवधान उत्पन्न कर सकता है। वहां के बूथ संवेदनशील बनेंगे। ऐसे गांव जहां पर 90 फीसद मतदान हुआ और एक प्रत्याशी को 75 फीसद से अधिक मत मिले तो उसके कारण पता लगाए जाएंगे। ऐसे बूथ जहां दो निर्वाचन में जहां मतदान के दौरान अप्रिय घटना घटी हो। ऐसे मतदान जहां पर पुनर्मतदान हुआ हो। मतदान केंद्र के पास कोई आपराधिक घटना हुई हो। साथ ही पुलिस आपराधिक रिकार्ड के आधार पर गांव के मतदान केंद्रों की रिपोर्ट एसडीएम को देंगे। जिले में 1443 मतदान केंद्र हैं, इसमें से ही संवेदनशील मतदान केंद्र खोजेंगे। अतिसंवेदनशील पर होगी आयोग की सीधी नजर : मतदान केंद्रों को चार पार्टों में विभाजित किया जाएगा। संवेदनशील, अति संवेदनशील और अतिसंवेदनशील प्लस मतदान केंद्र के अलावा सामान्य मतदान केंद्र होंगे। अतिसंवेदनशील केंद्रों पर केंद्रीय बल के साथ ही वेबकास्टिग होगी, आयोग सीधे लाइव की प्रक्रिया को देख सकेगा। जबकि, अतिसंवेदनशील पर केंद्रीय बल तैनात होगी और वीडियो ग्राफी होगी। संवेदनशील मतदान केंद्रों पर पुलिस फोर्स की अधिक संख्या होगी। जबकि अन्य मतदान केंद्रों पर एक दारोगा, चार सिपाही, चार ही होमगार्ड सशस्त्र के साथ ड्यूटी पर रहेंगे। ----- फैक्ट फाइल पिछले चुनाव 2015 में मतदान केंद्र-1344 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र-479 अतिसंवेदशील प्लस मतदान केंद्र-141 संवेदनशील केंद्र-534 मौजूदा समय में मतदान केंद्र-1437 -------------- एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, थानाध्यक्ष और बीडीओ की संयुक्त टीम गठित की गई है। यह संवेदनशील, अतिसंवेदनशील व अतिसंवेदनशील प्लस मतदान केंद्र चिन्हित करेंगे।
डॉ. राजेश कुमार, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी, बाराबंकी।