..यहां घाटे की खेती बन गई धान की फसल!
धान की फसल की इस बार पैदावार अच्छी हुई। लॉकडाउन में खेती में की गई मेहनत से उम्मीद के मुताबिक उपज हुई। अन्नदाताओं को पैदावार बेहतर होने पर मुनाफा की उम्मीद रही पर बाजार भाव में बेतहाशा गिरावट ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
बाराबंकी : धान की फसल की इस बार पैदावार अच्छी हुई। लॉकडाउन में खेती में की गई मेहनत से उम्मीद के मुताबिक उपज हुई। अन्नदाताओं को पैदावार बेहतर होने पर मुनाफा की उम्मीद रही, पर बाजार भाव में बेतहाशा गिरावट ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
दरियाबाद में तीन खरीद केंद्र हैं। रामसनेहीघाट तहसील के दरियाबाद क्षेत्र में करीब 1490 किसानों ने धान बेचने को पंजीकरण कराया है। सिरौलीगौसपुर के दरियाबाद ब्लॉक के 1048 किसानों ने पंजीकरण कराया है। कुल 2538 किसान धान बिक्री को पंजीकरण हैं। खरीद शुरू हुए एक माह बीतने को है, इतने दिनों में छोटे किसानों को मिलाकर 83 किसानों से विपणन केंद्र मथुरानगर पर खरीद हो सकी है। मेहरौरा के पीसीएफ पर 14 व मिरदही के यूपीसीयू पर 22 किसानों से खरीद हुई। केंद्र पर धान बेचने में कई समस्याएं आ रही हैं। अगली फसल की बोआई के लिए किसान निजी हाथों में धान औने-पौने दाम पर बेच रहा है। केंद्र प्रभारी भी रफ्तार सुस्त को लेकर तरह-तरह के बहाने गिना रहे हैं। किसान अनूप कुमार, शिवनारायण, अरुण कुमार बताते हैं कि इस बार धान की फसल अच्छी रही, लेकिन मौसम के बदले मिजाज से फरहा भी ज्यादा निकल रहा है? और धान बाजार में नौ से दस रुपये में बिक रहा है। समर्थन मूल्य तो ठीक है, लेकिन उसके फायदे लेने के लिए बहुत समस्या झेलनी पड़ती है। तीन केंद्रों ने 119 किसान से ही खरीद कर पाएं हैं।
कहां- कितनी हुई खरीद :
क्रय केंद्र -किसान - खरीद
विपणन दरियाबाद - 83 -420.44 मीट्रिक टन
पीसीएफ मेहरौरा -14 -77.28 मीट्रिक टन
यूपीसीयू मिरदही - 22 -94.48 मीट्रिक टन