Mid Day Meal दूध के बजाय अब बच्चों को मिल सकता है पनीर या लड्डू Barabanki News
प्राधिकरण ने परिषदीय विद्यालयों की भोजन सूची में बदलाव को मांगा था सुझाव।
बाराबंकी [जगदीप शुक्ल]। बेसिक शिक्षा अधिकारियों के सुझाव पर अमल हुआ तो जल्द ही परिषदीय स्कूलों के बच्चों के मध्यान्ह भोजन की सूची में बदलाव नजर आएगा। उनकी थाली से दूध गायब हो सकता है और उसकी जगह लड्डू या पनीर नजर आ सकता है। ऐसा दूध की गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल और आपूर्ति की किल्लत के मद्देनजर भोजन मध्याह्न प्राधिकरण की ओर से मांगे गए सुझाव के चलते संभव होगा।
प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को पोषण युक्त आहार देने के लिए मिड-डे-मील (एमडीएम) में प्रत्येक बुधवार को तहरी के साथ हर बच्चे को 100 मिली. दूध भी दिया जाता है। निरीक्षण के दौरान अफसरों से गुणवत्ता ठीक न होने और बच्चों को दूध न मिलने की शिकायतें की जाती रही हैं। इनका संज्ञान लेकर मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण के निदेशक विजय किरण आनंद ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों (मिड डे मील) को पत्र जारी कर पोषकतत्वों युक्त विकल्पों के सुझाव मांगे थे। इसमें ज्यादातर बीएसए ने बेसन के लड्डू या पनीर को विकल्प के तौर पर सुझाया है।
इन विकल्पों पर मांगे गए थे सुझाव :
शासन स्तर पर बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर फल, गुड़-चना, आटा या सूजी का हलवा, ग्लूकोज बिस्किट का पैकेट, बेसन का लड्डू, दही या पनीर और खीर के विकल्प रखे गए थे।
मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण, लखनऊ के निदेशक विजय किरण आनंद ने बताया कि बीएसए को पत्र जारी कर दूध की जगह आठ विकल्पों पर सुझाव मांगे गए थे। इसमें कई जिलों ने लड्डू या पनीर के पक्ष में सुझाव दिए हैं। इस पर अभी विचार-विमर्श चल रहा है। जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।
फैक्ट फाइल
- कुल परिषदीय विद्यालय : 3016
- पूर्व माध्यमिक विद्यालय : 846
- प्राथमिक विद्यालय : 2170
- पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बच्चे : 96000
- प्राथमिक विद्यालय में बच्चे : 233000
- वित्तीय सहायता प्राप्त विद्यालय : 40