अब बौद्ध वट के नाम से जाना जाएगा एक हजार वर्ष पुराना वृक्ष
में शनिवार को शीतकालीन चौपाल आयोजित हुई। डीएम, सीडीओ और विधायक ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। गांव में शनिवार को शीतकालीन चौपाल आयोजित हुई। डीएम, सीडीओ और विधायक ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। गांव
रानीबाजार (बाराबंकी) : विकास खंड रामनगर के ददौरा गांव के बाहर लगा एक हजार वर्ष पुराना वट वृक्ष का नामकरण हो गया है। अब बौद्ध वट वृक्ष के नाम से यह जाना जाएगा। डीएम, सीडीओ शासन को प्रस्ताव भेजकर वृक्ष का पौराणिक स्थल का कायाकल्प कराएंगे और विधायक अपनी निधि से स्थल को विकसित करेंगे।
डीएम उदयभानु त्रिपाठी ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय दिए जा रहे हैं, सभी लोग शौचालय का प्रयोग करें, ताकि स्वच्छता बनी रहे। गांव में सैकड़ों वर्ष पुराने वट वृक्ष का नाम आज से बौद्ध वट वृक्ष करने के साथ ही इसके सुंदरीकरण और इसे जिले के पौराणिक महत्व वाले स्थल से जोड़ कर इसे वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। रामनगर विधायक शरद अवस्थी ने बताया कि इस गांव के वट वृक्ष के बाउंड्री व रैन बसेरे के लिए जो धनराशि लगेगी व विधायक निधि से आवंटित की जाएगी। नगर पंचायत रामनगर में बारात घर और अशोकपुर में आइटीआइ का निर्माण होगा।
सीडीओ अंजनी कुमार ¨सह ने कहा यहां के लोग सौभाग्यशाली हैं। क्योंकि इस गांव में बहुत ही पुराना प्राचीन वट वृक्ष है। इसका प्रस्ताव शासन को भेज कर विकास होगा जो बहुत ही जल्द ख्याति प्राप्त करेगा।