Move to Jagran APP

नहीं तौला जा रहा धान, बोआई प्रभावित

अहमदपुर (बाराबंकी) क्रय केंद्र पर दो दिनों से धान की तौल बंद है। इसकी वजह केंद्र से धान क

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 12:09 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 12:09 AM (IST)
नहीं तौला जा रहा धान, बोआई प्रभावित
नहीं तौला जा रहा धान, बोआई प्रभावित

अहमदपुर (बाराबंकी) : क्रय केंद्र पर दो दिनों से धान की तौल बंद है। इसकी वजह केंद्र से धान की उठान न होना बताई जा रही है। इससे रबी की फसलों की बोआई प्रभावित हो रही है।

loksabha election banner

छंदवल क्रय केंद्र पर करीब दो दिनों से धान की तौल पूरी तरह से ठप है। गेहूं की बोआई का समय चल रहा है, पर केंद्रों से किसानों को निराश लौटना पड़ रहा है। ऐसे में किसानों को नकदी की जरूरत है। ग्राम परसोला के दिनेश कुमार बताते है कि करीब बारह दिन पहले धान लेकर आए थे, लेकिन तौल नहीं हो सकी है। गेहूं बोआई में खाद बीज लाने के लिए पैसे की जरूरत है। संतोष बताते है कि करीब 15 दिन पहले से धान तौल करने का इंत•ार कर रहे हैं। खेती की बोआई के साथ-साथ अन्य जरूरतों के लिए पैसों की आवश्यकता है।

-------------

साधन सहकारी समिति छंदवल के सचिव दशरथ लाल ने बताया कि गोदाम में जगह न होने के कारण धान तौल बंद कर दी गई है। गोदाम खाली होने के बाद दोबारा शुरू की जाएगी।

----- एफसीआइ के मानक पर खरा नहीं उतरा छह लाट सीएमआर चावल

संवादसूत्र, बाराबंकी : समर्थन मूल्य पर धान खरीद योजना के तहत क्रय केंद्रों पर खरीदे गए धान से तैयार चावल भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) में पहुंचने के बाद अब उसकी गुणवत्ता को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। बुधवार तक 50 लाट चावल एफसीआइ में पहुंचा, जिसमें से छह लाट चावल फेल कर दिया गया। जिन राइस मिलर्स का चावल एफसीआई की गुणवत्ता पर खरा नहीं उतरा वह परेशान हैं।

एक लाट में 290 क्विटल चावल होता है। इस तरह 44 लाट में 12 हजार 760 क्विटल चावल गुणवत्तापरक रहा जिसे एफसीआइ ने रिसीव कर लिया है। वहीं छह लाट का 1740 क्विटल चावल रिजेक्ट किया गया। बुधवार को 11 लाट चावल उतारा गया, जिसमें से आठ लाट पास हुई। तीन फेल हुआ।

एफसीआइ गोदाम प्रबंधक जीवन प्रकाश का कहना है कि एफसीआइ का मानक तय है। इसके बारे में सभी राइस मिलर्स को भी पहले से ही अवगत कराया जा चुका है। अधिकारी भी मानक के बारे में जानते हैं। चावल फेल करने के पीछे सिर्फ गुणवत्ता का मानक ही रहता है। जिन लोगों का चावल फेल हुआ है वह गुणवत्ता के मानकों को पूरा नहीं करता है। इसके बारे में डिप्टी आरएमओ सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को भी अवगत कराया जाता है।

जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी (डिप्टी आरएमओ) का कहना है कि एफसीआइ गोदाम प्रबंधक का कथन ठीक है। गुणवत्ता परक चावल ही एफसीआई पहुंचे इसके लिए राइस मिलर्स व क्रय केंद्र प्रभारियों को सचेत किया जा चुका है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.