संदेह के घेरे में लूट का शिकार सराफ, मिले अहम सुराग
बाराबंकी चौक के सराफ से लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर हुई 30 लाख की लूट के मामले में पुलिस क
बाराबंकी : चौक के सराफ से लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर हुई 30 लाख की लूट के मामले में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं। साक्ष्य सर्राफ को ही संदेह के घेरे में ही खड़ा कर रहे हैं। लूट की वारदात हुई थी इस पर भी संशय है। फिलहाल, पुलिस बुधवार को इस वारदात का राजफाश कर सकती है। लखनऊ चौक कोतवाली के सराय माली खां मुहल्ला के समीर 11 जनवरी को अयोध्या सर्राफा व्यापारियों को जेवरात सप्लाई कर व भुगतान लेकर लौट रहे थे। देर रात समीर ने सूचना दी थी किकोतवाली नगर के हैदरगढ़ ओवरब्रिज के निकट बाइक सवार दो बदमाशों ने तमंचा दिखाकर उससे जेवरात व पांच लाख 40 हजार रुपये भरा बैग लूटकर भाग गए हैं। पुलिस ने तफ्तीश शुरू करते हुए टोल प्लाजा व दर्जनों सीसीफुटेज खंगाले। एएसपी पूर्णेंदु सिंह के नेतृत्व में सीओ सिटी व क्राइम ब्रांच लगातार मामले की तफ्तीश करती रही। सीओ सिटी दो दिन तक अयोध्या में साक्ष्य तलाशते रहे। आखिरकार पुलिस को अहम सुराग मिल गए। सूत्रों के अनुसार लूट की वारदात हुई ही नहीं थी, समीर ने एक साथी के साथ मिलकर लूट की फर्जी सूचना दी थी। पुलिस शतप्रतिशत बरामदगी के भी नजदीक पहुंच चुकी है और वादी पर ही मुकदमा लिखे जाने की तैयारी है। हालांकि पुलिस इस संबंध में बोलने से कतरा रही है। लूट की इस कहानी से सराफा व्यापार में चल रही काली कमाई का भी मामला प्रकाश में आया है।
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रिटायर्ड आईएएस के फार्म से नकदी ले भागे कर्मी, मुकदमा संवादसूत्र, बाराबंकी : रिटायर्ड आईएएस के फार्म हाउस पर काम करने वाले कर्मचारी वहां उत्पाद की बिक्री के रखे रुपये लेकर फरार हो गए। तीनों आरोपित बिहार प्रांत के रहने वाले हैं। रिटायर्ड आईएएस ने तीनों कर्मचारियों के खिलाफ मसौली थाने में मुकदमा लिखाया है।
लखनऊ के गोमतीनगर विशेषखंड में रहने वाले यशवंत राव रिटायर्ड आईएएस हैं। उनका एक फार्म मसौली थाना के ग्राम करपिया में स्थित है। जहां खेती सहित दूध, मछली और अंडा का उत्पादन होता है। यहां का सारा काम प्रमोद मंडल देखते हैं। 11 जनवरी को मंडल उत्पाद की बिक्री का करीब बीस हजार रुपये वहां काम करने वाले बिहार प्रांत के मुजफ्फरपुर जिला के मिनापुर थाना के ग्राम बखटीकाटी चौक के रहने वाले पवन कुमार, राजेश व विकास को देकर लखनऊ फार्म मालिक के घर गए थे। जहां फार्म मालिक यशवंत राव ने किसी काम से उन्हें बुलाया था। प्रमोद मंडल जब वहां से लौटकर गए तो तीनों युवक वहां से फरार थे। वह अपने कपड़े छोड़कर रुपये लेकर भाग गए थे। आरोप है कि पास-पड़ोस के लोग तीनों कर्मचारियों को भड़काते भी रहते थे। वारदात के दो दिन बाद मामले में तहरीर देकर रिटायर्ड आईएएस ने तीनों कर्मचारियों पर अमानत में खयानत की धारा में मुकदमा लिखाया है। हालांकि पुलिस आरोपितों का पता नहीं लगा सकी है।