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नेपाल और भारत ने एक-दूसरे को सौंपे प्रवासी

आखिरकार तीन दिनों से चल रही प्रवासियों के आदान-प्रदान पर नेपाली अधिकारी राजी हुए। बुधवार को विभिन्न क्वारंटाइन शेल्टरों में रखे गए लगभग 2000 नेपाली कामगारों को सीमा पार नेपाल को सौंपा गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 May 2020 12:06 AM (IST)Updated: Thu, 21 May 2020 06:02 AM (IST)
नेपाल और भारत ने एक-दूसरे को सौंपे प्रवासी
नेपाल और भारत ने एक-दूसरे को सौंपे प्रवासी

बहराइच : आखिरकार तीन दिनों से चल रही प्रवासियों के आदान-प्रदान पर नेपाली अधिकारी राजी हुए। बुधवार को विभिन्न क्वारंटाइन शेल्टरों में रखे गए लगभग 2000 नेपाली कामगारों को सीमा पार नेपाल को सौंपा गया। नेपाल ने भी इतने ही भारतीय प्रवासियों को सीमा पार कराया।

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देश के विभिन्न प्रांतों से लगभग दो हजार नेपाली कामगार रुपईडीहा पहुंचे थे। यह लोग अपने वतन जाने के लिए सीमा पर डटे हुए थे। डीएम शंभु कुमार व एसपी विपिन कुमार मिश्र ने सीमा पर पहुंचकर नेपाली अधिकारियों के साथ मंत्रणा की। काफी जद्दोजहद के बाद नेपाल के अधिकारी अपने देश के कामगारों की वापसी पर सहमत हुए। देर शाम नेपाली कामगारों को रुपईडीहा बार्डर ले जाया गया, जहां से उन्हें नेपाली अधिकारियों के सिपुर्द कर दिया गया। प्रशासन की पहल पर जहां नेपाली नागरिक खुश रहे। वहीं कई दिनों से नेपाल में फंसे 2000 भारतीय भी अपनी सरजमीं पर पहुंचने में कामयाब हुए।

नेपाल से आए प्रवासियों की हुई सैंपलिग : सीएमओ डॉ. एसके सिंह ने बताया कि नेपाल से लौटे प्रवासियों की लक्षणों के आधार पर रैंडम सैंपलिग की गई है। इन लोगों को अलग-अलग शेल्टर होम में रखा गया है। जांच में स्वस्थ पाए गए प्रवासियों को सशर्त होम क्वारंटाइन के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि 110 लोगों के सैंपल जांच के लिए लखनऊ भेजा गया है।


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