संतकवि बैजनाथ ने दिलाई थी मानपुर को अलग पहचान
बाराबंकी : हरख ब्लॉक का मानपुर गांव महान रचनाकार संतकवि बाबा बैजनाथ की जन्म और कर्म स्थली के रूप में
बाराबंकी : हरख ब्लॉक का मानपुर गांव महान रचनाकार संतकवि बाबा बैजनाथ की जन्म और कर्म स्थली के रूप में जाना जाता है। शिक्षा, स्वच्छता और मेहनत से संपन्नता शिखर को छू रही हैं। व्यापारी, सरकारी सेवक, जनप्रतिनिधि, किसान गांव को संवार रहे हैं। आबादी 35 सौ, मतदाता 520 बताए जा रहे हैं। इन पर है नाज : यहां की निवासी सीमा वर्मा पूर्व ब्लॉक प्रमुख हैं। कई किसानों के बेटे बैंकों में उच्च पदों पर तैनात हैं। कुछ लोगों के शहर से लेकर गांव तक प्रतिष्ठित प्रतिष्ठान हैं। संतकवि बाबा बैजनाथ के नाम से हरख ग्राम पंचायत में महाविद्यालय है। शहर में छाया के निकट पार्क में उनकी प्रतिमा स्थापित है। गांव के निवासी रामाधीन ¨सह के नाम से लखनऊ में डिग्री कॉलेज है।
यह है खूबी : गांव के निकट एक आदर्श समेत करीब बीस तालाब हैं। अधिकांश परिवार केला, मेंथा, टमाटर, धान, गेहूं की खेती करने के साथ ही उन्नत सब्जी का उत्पादन करते हैं। बंगला बाजार और हरख गांव में साप्ताहिक बाजारें होने से सब्जियों को वाजिब मूल्य मिल जाता है।
आधारभूत ढांचा : गांव में 45 इंडिया मार्का हैंडपंप हैं। अधिकांश परिवारों के पास शौचालय हैं। ठाकुर द्वारा, रामलीला मैदान, बैंक, जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, एक प्राथमिक विद्यालय, डॉकघर, एएनएम सेंटर, दो आंगनबाड़ी केंद्र और एक निजी शिक्षण संस्थान हैं। लखनऊ फैजाबाद बाइपास मार्ग से होकर हैदरगढ़ बाराबंकी मार्ग के नानमऊ गांव के सामने से पक्का मार्ग गांव को जोड़ता है। उपलब्धि : गांव की अधिकांश गलियां और मकान पक्के हैं। खेती मुख्य पेशा है। किसान उन्नत खेती कर अपनी आय बढ़ा रहे हैं। किसानों को बेटे जन प्रतिनिधि से लेकर शासन प्रशासन में जनसेवक हैं। यह हो तो बने बात : ग्राम प्रधान चंद्र पाल ¨सह का कहना है कि बारात घर, आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन पुस्तकालय बन जाए तो बेहतर होगा। पूर्व प्रमुख सीमा वर्मा का कहना है कि अस्पताल और साहित्य शोध संस्थान गांव में होना चाहिए। इससे संत कवि बाबा बैजनाथ की रचनाओं का प्रचार प्रसार होता रहे।