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मन की बात ::::::पीएम की सराहना पर बोले-हरिश्चंद्र..और बेहतर करने का मिला हौसला

जगदीप शुक्ल बाराबंकी हौसला लगन और कुछ नया करने का जज्बा हो तो सफलता तय है। ऐसा मानना

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Feb 2021 11:34 PM (IST)Updated: Sun, 28 Feb 2021 11:34 PM (IST)
मन की बात ::::::पीएम की सराहना पर बोले-हरिश्चंद्र..और बेहतर करने का मिला हौसला
मन की बात ::::::पीएम की सराहना पर बोले-हरिश्चंद्र..और बेहतर करने का मिला हौसला

जगदीप शुक्ल, बाराबंकी

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हौसला, लगन और कुछ नया करने का जज्बा हो तो सफलता तय है। ऐसा मानना है सिद्धौर के अमसेरुवा के किसान हरिश्चंद्र सिंह का। उन्होंने चिया सीड की खेती का नवाचार किया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' में उनकी खेती का जिक्र किया। इससे उत्साहित हरिश्चंद्र ने बताया कि प्रधानमंत्री ने मन की बात में जिक्र कर हौसला बढ़ाने का काम किया है, जोकि और बेहतर करने को प्रेरित करेगा। पत्नी से बोले रिकार्ड कर लेना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब 'मन की बात' में हरिश्चंद्र सिंह का जिक्र कर रहे थे उस समय वह सुलतानपुर में दिल्ली से आ रही 'स्वर्णिम विजय मसाल' के स्वागत कार्यक्रम में थे। वह सुलतानपुर में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के पद पर तैनात हैं। जानकारी होने पर उन्होंने अपने दायित्व को प्राथमिकता देते हुए पत्नी इंदु सिंह से मोबाइल पर कार्यक्रम को रिकार्ड करने को कहा। जानकारी होते ही लखनऊ के बंगला बाजार के त्यागी बिहार स्थित उनके आवास पर पत्नी इंदु सिंह और बहू देव्यानी सिंह की खुशी का ठिकाना न रहा।

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मिले बाजार, खुलेंगे आत्मनिर्भरता के द्वार

हरिश्चंद्र सिंह बताते हैं अमसेरुवा में तीन एकड़ का कृषि फार्म है। वह चिया सीड की खेती का श्रेय अपनी खोजी प्रवृत्ति को देते हैं। वह बताते हैं ऑनलाइन देखते समय इसके गुणों और उपयोगिता से वाकिफ हुआ। इसके बाद ऑनलाइन बीज मंगवाकर करीब दो बीघे में इसकी खेती शुरू की। इसमें करीब पांच हजार का ही खर्च आया है और उम्मीद है कि चालीस किलो से अधिक उत्पादन होगा। इसे ऑनलाइन ही बेचना पड़ेगा जोकि 1500 से 1800 रुपये प्रति किलो की दर से बिक जाएगा। अगर इसका बाजार मिल जाए तो यह आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

प्रोफाइल

-मूल रूप से अंबेडकरनगर जिले की भीटी तहसील में चक्रसेन गांव के निवासी।

-वर्ष 2015 में कर्नल पद से सेवानिवृत्त।

-छह-सात महीने एक निजी कॉलेज में एचआर हेड के पद पर कार्य किया।

-छह माह तक फैजाबाद में पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना के तहत संचालित मिलेट्री अस्पताल के प्रभारी रहे।

-अप्रैल 2017 से सुलतानपुर में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के पद पर तैनात।


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