आरक्षितों को बिना ब्याज मिलेगा कर्ज, लगा सकेंगे इकाईयां
बेरोजगारों को जल्द ही व्यापार स्थापित करने के लिए बड़ी राहत मिलेगी।
बाराबंकी : बेरोजगारों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए खादी ग्रामोद्योग विभाग ने पहल शुरू कर दी है। आरक्षित वर्ग के लोगों को बिना ब्याज के कर्ज देकर इकाईयां स्थापित कराई जाएंगी। इसके लिए आवेदन लेना शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना की शुरुआत हो गई है। 15 मई से ऑनलाइन आवेदन लेना शुरू हो जाएगा। महिला, अनुसूचित जाति के व्यक्ति, अल्पसंख्यक, भूतपूर्व सैनिक, दिव्यांग को बैंक ऋण बिना ब्याज के दिया जाएगा। जबकि सामान्य व्यक्तियों को 4 प्रतिशत ब्याज पर कर्ज दिलाया जाएगा, ताकि इकाइयां स्थापित कर रोजगार से जुड़ सकें। यह ऋण दो से दस लाख तक लिया जा सकेगा। आवेदन लेने प्रारंभ कर दिया गया है।
यह लगेंगे कागज : जिला ग्रामोद्योग अधिकारी वीके श्रीवास्तव ने बताया कि (एमएमजीआरवाई) पोर्टल पर आवेदन ऑनलाइन होगा। इसमें दो फोटो, आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र व प्रोजेक्ट फाइल लगानी होगी। जिस इकाई को बेरोजगार लगाना चाहता है, उस संबंध में 15 दिन का प्रशिक्षण प्राप्त प्रमाण पत्र अनिवार्य है। यह ऋण सिर्फ 18 से 50 वर्ष तक के बेरोजगारों के लिए है।
यह स्थापित हो सकेंगी यूनिट : कुटीर कुम्हार उद्योग, चूना पत्थर, चूना सीपी और चूना उत्पाद से बनी हुई उपयोगी वस्तुएं, मंदिरों और भवनों के लिए पत्थर की कटाई, पिसाई, नक्कासी तथा खोदाई पर ऋण मिलता था। हाथ कागज उद्योग, कत्था निर्माण, गोंद एंव रेजिन निर्माण, लाख निर्माण, कुटीर दियासलाई, पटाखे, कागज के प्याले, तश्तरी आदि पर ऋण मिलता है।